चिकित्सकों में खुशी की लहर, जांच रिपोर्ट में मिलेगी सहूलियत
संजय गांधी अस्पताल परिसर में पुराने ओपीडी भवन की प्रथम तल पर वायरोलॉजी लैब स्थापित की गई है। दिल्ली से मशीन एसमीएमच पहुंचने के बाद चिकित्सकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। चिकित्सकों का मानना है कि इस सुविधा से न केवल इस लिए के लोगों की सूक्ष्म से सूक्ष्म वायरस की जांच हो जाएगी। बल्कि विंध्य की जनता को सहूलियत मिलेगी। अभी तक कोरोना वायरस की जांच जलबपुर, भोपाल या फिर पुणे जाती थी। लेकिन, अब कोरोना जैसे वायरस सहित अन्य वायरस की जांच रीवा में होगी।
संजय गांधी अस्पताल परिसर में पुराने ओपीडी भवन की प्रथम तल पर वायरोलॉजी लैब स्थापित की गई है। दिल्ली से मशीन एसमीएमच पहुंचने के बाद चिकित्सकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। चिकित्सकों का मानना है कि इस सुविधा से न केवल इस लिए के लोगों की सूक्ष्म से सूक्ष्म वायरस की जांच हो जाएगी। बल्कि विंध्य की जनता को सहूलियत मिलेगी। अभी तक कोरोना वायरस की जांच जलबपुर, भोपाल या फिर पुणे जाती थी। लेकिन, अब कोरोना जैसे वायरस सहित अन्य वायरस की जांच रीवा में होगी।
विंध्य के इस इकलौते अस्पताल में चालू होगी जांच
विंध्य के इकलौते इस अस्पताल में वायरस की जांच जल्द ही शुरू हो जाएगी। संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ पीके लखटकिया ने बताया कि मशीन आ गई है। लैब में काम चालू हो गया है। टेस्टिंग के लिए माइक्रो बॉयोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ प्रमोद कुशवाहा, एमडीआर के साइंटिस डॉ. संजय पांडेय और डॉ विनीत साहू को नेशनल इंस्टीट्यूट फोर रिसर्च इन ट्राइबल हेल्थ जबलुपर प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। तीन दिन तक प्रशिक्षण चलेगा। प्रशिक्षण से लौटने के बाद टेस्टिंग प्रारंभ हो जाएगी।
विंध्य के इकलौते इस अस्पताल में वायरस की जांच जल्द ही शुरू हो जाएगी। संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ पीके लखटकिया ने बताया कि मशीन आ गई है। लैब में काम चालू हो गया है। टेस्टिंग के लिए माइक्रो बॉयोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ प्रमोद कुशवाहा, एमडीआर के साइंटिस डॉ. संजय पांडेय और डॉ विनीत साहू को नेशनल इंस्टीट्यूट फोर रिसर्च इन ट्राइबल हेल्थ जबलुपर प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। तीन दिन तक प्रशिक्षण चलेगा। प्रशिक्षण से लौटने के बाद टेस्टिंग प्रारंभ हो जाएगी।
विंध्य की पहली वायरोलॉजी लैब
संजय गांधी अस्पताल में वायरोलॉजी लैब विंध्य की पहली विषाणु प्रयोगशाला होगी। अभी तक इस तरह की लैब इस क्षेत्र में जबलपुर में रही। लेकिन, अब रीवा में भी वायरोलॉजी लैब शुरू हो जाएगी। लैब का निर्माण करीब-करीब पूरा हो गया है। मशीन की फीटिंग व चिकित्सकों की टेस्टिंग टीम के प्रशिक्षण से लौटने के बाद जांच चालू हो जाएगी।
संजय गांधी अस्पताल में वायरोलॉजी लैब विंध्य की पहली विषाणु प्रयोगशाला होगी। अभी तक इस तरह की लैब इस क्षेत्र में जबलपुर में रही। लेकिन, अब रीवा में भी वायरोलॉजी लैब शुरू हो जाएगी। लैब का निर्माण करीब-करीब पूरा हो गया है। मशीन की फीटिंग व चिकित्सकों की टेस्टिंग टीम के प्रशिक्षण से लौटने के बाद जांच चालू हो जाएगी।