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थाने के भीतर चल रही थी रिश्वतखोरी, लोकायुक्त की टीम पहुंची तो जानिए पुलिस वालों की क्या रही प्रतिक्रिया

locationरीवाPublished: Jun 06, 2018 08:40:30 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

विवेचना में हीलाहवाली करने के बदले मांगी थी घूस, लोकायुक्त टीम ने सात हजार रुपए लेते रंगे हाथ पकड़ा

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रीवा। जिले के हनुमना थाने में पदस्थ एएसआइ को सात हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। वह एक महिला से मारमीट के मामले में विवेचना में हीलाहवाली करने के बदले रिश्वत ले रहा था। ट्रेप की यह कार्रवाई देर शाम तक हनुमना थाने में चली। थाने के भीतर रिश्वतखोरी होने की खबर से हड़कंप मच गया। आसपास के लोग भी कार्रवाई का तमाशा देखने पहुंचे थे।
बताया गया कि हनुमना थाना क्षेत्र के सगरा कला गांव की शकीला बानो हनुमना में ट्रेवल्स में टिकट बुकिंग का काम करती है। उसका सहयोगी कर्मचारी सुशील पटेल 23 मई को अस्पताल मरीज को लेकर गया था, जहां चिकित्सकों से उसकी मारपीट हो गई। इसमें पांच लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई गई थी। सुशील को थाने में पेश करने के लिए हनुमना थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक श्यामलाल दीवान शकीला पर दबाव बना रहा था और यह कह रहा था कि कुछ रुपए देगी तो वह विवेचना में मदद करेगा। साथ ही आगे भी ऐसी रिपोर्ट तैयार करके अदालत में पेश करेगा जिससे उसे लाभ हो सके।
एएसआइ द्वारा लगातार रुपए मांगे जाने के चलते महिला ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई। बुधवार दोपहर बाद लोकायुक्त टीम प्लान बनाकर हनुमना पहुंची और शिकायतकर्ता शकीला बानो से सात हजार रुपए लेते एएसआइ श्यामलाल दीवान को रंगे हाथ दबोच लिया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 , 13(1)डी एवं 13(2) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। कार्रवाई निरीक्षक हितेन्द्रनाथ शर्मा के नेतृत्व में की गई। साथ में डीएसपी देवेश पाठक, निरीक्षक अरविंद तिवारी, विद्यावारिधि तिवारी, विपिन त्रिवेदी, अखिलेश पटेल सहित अन्य मौजूद रहे।
एक हजार पहले ले चुका था
रुपए के लिए एएसआइ लगातार परेशान कर रहा था और धमकी भी दे रहा था कि यदि अपने मन की करने का प्रयास किया जाएगा तो कड़ी धाराओं का प्रकरण बनाउंगा। वह १० हजार रुपए की मांग शुरुआत में कर रहा था, जिसमें तय हुआ कि आठ हजार रुपए दिए जाएंगे। आरोपी पुलिसकर्मी ने एक हजार रुपए पहले ही ले लिए थे। शेष रुपए के लिए लगातार फोन कर रहा था।
थाना प्रभारी के भूमिका भी होगी जांच
कार्रवाई करने पहुंची लोकायुक्त की टीम के सदस्यों को बताया गया कि हनुमना थाने में पुलिसकर्मी अकेले नहीं बल्कि प्रभारी के साथ मिलकर रिश्वत की जबरिया मांग करते थे अन्यथा फंसाने की भी धमकी देते हैं। इस कारण लोकायुक्त अधिकारियों ने कहा है कि थाना प्रभारी की भूमिका परीक्षण किया जाएगा। यदि उनकी संलिप्तता पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं थाने कुछ अन्य पुलिसकर्मियों पर भी महिला ने दबाव बनाने की शिकायत दर्ज कराई थी। थानों में रिश्वत मांगने और लेने की घटनाएं आम हो चली हैं लेकिन इन पर कार्रवाई बहुत कम होती है। लंबे अंतराल के बाद पुलिसकर्मी को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।
पांच दिन में तीन ट्रेप
लोकायुक्त की रीवा इकाई ने पांच दिन के भीतर तीन ट्रेप की कार्रवाई की है। इसके पहले २ जून को शहर के उद्योग विभाग कार्यालय में बाबू को एक हजार रुपए लेते हुए पकड़ा, फिर पांच जून को सेमरिया के बीड़ा गांव में तीन हजार लेते हुए पटवारी को गिरफ्तार किया गया। अब तीसरी कार्रवाई हनुमना के पुलिस थाने में की गई है।
विवेचना अभी चल रही है
लोकायुक्त रीवा के एसपी संजीव सिन्हा ने बताया कि हनुमना थाने में पदस्थ एएसआई द्वारा विवेचना में हीलाहवाली करने के नाम पर रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मिली थी। टीम भेजी गई जिसमें सात हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। विवेचना की जा रही है।
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