डीइओ ने बीइओ को नोटिस जारी का लिया निर्णय
विकासखंड शिक्षा अधिकारी की इस लापरवाही को डीइओ अंजनी कुमार ने गंभीरता से लिया है। किताब बेचे जाने की शिकायत करने वाले शिकायतकर्ताओं की दोबारा शिकायत के बाद डीइओ ने बीइओ को नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी की इस लापरवाही को डीइओ अंजनी कुमार ने गंभीरता से लिया है। किताब बेचे जाने की शिकायत करने वाले शिकायतकर्ताओं की दोबारा शिकायत के बाद डीइओ ने बीइओ को नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है।
जिला शिक्षा अधिकारी से की गई लिखित शिकायत
शिकायतकर्ताओं ने डीइओ से लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि बीइओ जांच कर सही रिपोर्ट देने की बजाय समझौता कराने में जुटे हुए हैं। डीइओ के मुताबिक मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आरोप सिद्ध होता है कि शिक्षक के वेतनवृद्धि रोकने सहित अन्य कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतकर्ताओं ने डीइओ से लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि बीइओ जांच कर सही रिपोर्ट देने की बजाय समझौता कराने में जुटे हुए हैं। डीइओ के मुताबिक मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आरोप सिद्ध होता है कि शिक्षक के वेतनवृद्धि रोकने सहित अन्य कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर से की गई प्राचार्य की शिकायत
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हर्दीकपसा के प्राचार्य की कलेक्टर से शिकायत की गई है। गांव के रामकरण कोल सहित अन्य ग्रामीणों की ओर से की गई शिकायत में कहा गया है कि प्राचार्य रामयश मिश्रा न ही समय पर विद्यालय आते हैं और न ही वह शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर गंभीर हैं। नतीजा विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन का कार्य पूरी तरह से बेपटरी हो गया है।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हर्दीकपसा के प्राचार्य की कलेक्टर से शिकायत की गई है। गांव के रामकरण कोल सहित अन्य ग्रामीणों की ओर से की गई शिकायत में कहा गया है कि प्राचार्य रामयश मिश्रा न ही समय पर विद्यालय आते हैं और न ही वह शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर गंभीर हैं। नतीजा विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन का कार्य पूरी तरह से बेपटरी हो गया है।
मैदान होते हुए ठप है खेल गतिविधि
विद्यालय में खेल मैदान और व्यायाम शिक्षक होने के बावजूद खेल गतिविधियां पूरी तरह से ठप है। इतना ही नहीं किताब वितरण से लेकर अन्य व्यवस्थाओं में भी महज खानापूर्ति की गई है। ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए व्यवस्था को सुधरवाने और प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग की है।
विद्यालय में खेल मैदान और व्यायाम शिक्षक होने के बावजूद खेल गतिविधियां पूरी तरह से ठप है। इतना ही नहीं किताब वितरण से लेकर अन्य व्यवस्थाओं में भी महज खानापूर्ति की गई है। ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए व्यवस्था को सुधरवाने और प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग की है।