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एपीएसयू में छात्रों को स्पेशल लेक्चर से पूरा करा रहे कोर्स, परीक्षा की भी आंतरिक रूप से चल रही तैयारी

locationरीवाPublished: May 26, 2020 05:16:03 pm

Submitted by:

Balmukund Dwivedi

4982 आनलाइन कक्षाओं के आयोजन का दावा, आगामी 31 मई के बाद तय होगी स्थिति

रीवा. कोरोना संक्रमण के कारण लगातार लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा रही है। ऐसे में विश्वविद्यालय और कालेजों की कक्षाएं करीब दो महीने से बंद हैं। विश्वविद्यालय ने इन अवकाश के दिनों में छात्रों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए आनलाइन कक्षाओं के संचालन की व्यवस्था की है। इसमें सभी विभागों और कक्षाओं के हिसाब से वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, जहां पर छात्र अपनी जिज्ञासा से जुड़ी जानकारी मांगते हैं तो उस पर संबंधित प्रोफेसर उन्हें नोट्स या फिर पीडीएफ के जरिए जानकारी उपलब्ध कराते हैं। वहीं अब उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए परीक्षा की तैयारी कराने के लिए कहा गया है। इसकी आधिकारिक घोषणा बाद में की जाएगी। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर्स का दावा है कि आनलाइन कक्षाओं को लेकर किसी तरह से अब तक समस्याएं नहीं आई हैं। ऐसा भी नहीं है कि जिस दौरान किसी वीडियो को पोस्ट किया जाए तो वहां सभी छात्रों का आनलाइन उपस्थित रहना आवश्यक है। अपनी सुविधा के अनुसार छात्र जब आनलाइन होते हैं उन्हें सारी जानकारी मिल रही है। विश्वविद्यालय परिसर में 13 नियमित एवं ५२ स्वाध्यायी पाठ्यक्रमों में करीब तीन हजार छात्र अध्ययन करते हैं। इसमें अधिकांश आनलाइन सुविधाओं वाले हैं, इसलिए जो पाठ्य सामग्री विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई जाती है वह उन तक पहुंच रही है।
4982 पोस्ट के जरिए छात्रों को दी सूचनाएं
विश्वविद्यालय ने यूटीडी में अध्ययन करने वाले छात्रों को वाट्सएप के जरिए सूचनाएं भेजना शुरू कर दिया है। प्रबंधन का दावा है कि अब तक 4982 आनलाइन कक्षाओं का आयोजन किया जा चुका है। जिसमें स्पेशल लेक्चर के वीडियो, पीडीएफ, पीपीटी, आडियो एवं अन्य कई माध्यमों के जरिए जानकारियां पहुंचाई जा रही हैं।
लॉकडाउन के बाद 25 दिन का समय तैयारी के लिए चाहिए
लॉकडाउन समाप्त होने के तुरंत बाद परीक्षाएं प्रारंभ नहीं की जा सकती। हालांकि विश्वविद्यालय की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद 20 से 25 दिन का समय परीक्षा कार्यक्रम तय करने एवं परीक्षा सामग्री पहुंचाने आदि में लग सकते हैं। इस अवधि में जो छात्र आनलाइन कक्षाओं के जरिए सूचनाएं नहीं प्राप्त कर सके हैं, उन्हें विशेष कक्षाओं के माध्यम से परीक्षा के लिए तैयार कराया जाएगा। पहले इसकी तिथि 5 से 20 मई तक की थी। लॉकडाउन की अवधि बढऩे से इसे निरस्त कर दिया गया है। साथ ही एक समिति भी वरिष्ठ प्रोफेसर्स की बनाई गई है जिसमें प्रो. दिनेश कुशवाहा, प्रो. महेशचंद्र श्रीवास्तव, प्रो. अतुल पाण्डेय आदि को शामिल किया है। आगामी तैयारियों पर ये रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
नए विकल्प तैयार करने में रीवा कुलपति भी
कुछ दिन पहले ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने शिक्षण सत्र की अवधि सितंबर से प्रारंभ करने, छात्रों को जनरल प्रमोशन देने का विकल्प सरकारों पर छोडऩे सहित अन्य कई प्रस्ताव दिए हैं। इस पर नए विकल्प तैयार करने के लिए राज्यपाल की ओर से एक कमेटी गठित की गई है। जिसमें अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलपति प्रो. पीयूषरंजन अग्रवाल भी शामिल हैं। कमेटी के संयोजक जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति को बनाया गया है। कई बैठकें कुलपतियों एवं अधिकारियों की इस पर हो चुकी हैं। जिसमें अलग-अलग विचार सामने आए हैं। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सप्ताह भर के भीतर ही रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपने की तैयारी है।
कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था नहीं
विश्वविद्यालय ने तो यूटीडी के छात्रों के लिए आनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था कर ली है लेकिन कालेजों में अभी तक छात्रों को आनलाइन माध्यमों के जरिए पाठ्य सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। पीजी की कक्षाओं में कुछ प्रोफेसर अपने करीबी छात्रों को नोट्स उपलब्ध करा रहे हैं लेकिन अधिकांश जगह छात्रों की तैयारियां ठप होती जा रही हैं। खासतौर पर स्नातक कक्षाओं के छात्रों की सं या भी अधिक है और उन्हें किसी तरह से कालेजों की ओर से पाठ्य सामग्री भी आनलाइन के जरिए नहीं मिल पा रही हैं। कई कालेजों के छात्रों ने मांग भी उठाई है कि आनलाइन व्यवस्था दी जाए अन्यथा जनरल प्रमोशन के लिए शासन से मांग की जाए।
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