covid : अदालत खुली, पहले दिन कचेहरी में चहल-पहल बढ़ी, गवाही के लिए पहुंचे पक्षकार
कोर्ट में सामान्य मामलों की सुनवाई चालू होने से वकीलों में खुशी की लहर, पक्षकारों को न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ी

रीवा. कोरोना काल में लंबे समय बाद सोमवार को जिला एवं सत्र न्यायालय में सामान्य प्रकरणों की सुनवाई चालू की गई। अदालत खुलने से अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। वहीं, आम जनता के प्रकरणों की सुनवाई शुरू हो जाएगी। कोर्ट खुलने से लंबे समय से सलाखों में बंद बंदियों के गवाही के लिए पक्षकारों को बुलाया गया। सैकड़ो की संख्या में प्रकरणों की सुनवाई हुई। इससे अधिवक्ताओं को काम मिला और पक्षकारों को न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
एक-एक दिन के अंतराल में चलेगी कोर्ट
कोरोना काल में कोर्ट में सामान्य केस के अलावा बड़े पैमाने पर बड़े केस भी बढ़ गए हैं। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एके ङ्क्षसह के मुताबिक कोर्ट में सुनवाई की प्रक्रिया एक-एक दिन के अंतराल में चलेगी। जेल में बंद बंदियों के प्रकरणों की सुनवाई शुरू हो गई है। कोरोना के प्रकरण काम होने पर सुनवाई की गति धीरे-धीरे बढ़ेगी।
22 मार्च से बंद हो गई थी कोर्ट में सुनवाई
सदस्य स्टेट बार काउंसिल के सदस्य अखंड प्रताप सिंह कहते हैं कि 22 मार्च से बंद कोर्ट सोमवार को खुली है। इसके लिए 11 नवंबर को स्टेट बार काउंसिल के 16 सदस्य हाइकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश से अदालतों को चालू करने के लिए मिला। अदलात अब चरणबद्ध तरीके से चालू हो गई है। इससे सामान्य काम-काज भी चालू हो गया है। सोमवार से अदालत चालू होने की सूचना पर वकीलों ने अपने-अपने पक्षकारों को फोन पर सूचना देकर बुला लिए। पक्षकार कोर्ट पहुंचे। पहले दिन सभी आदलतों में 100 से अधिक प्रकरणों की सुनवाई की गई। कोरोना काल के चलते कोर्ट में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सुनवाई प्रारंभ की गई।
अधिवक्ता-पक्षकार बोले---
कोर्ट चालू होने से अधिवक्ताओं में खुशी है। इससे आज जनता को सहूलियत मिलेगी। पक्षकारों की गवाही शुरू हो गई। पांच साल के प्रकरणों को महत्व दिया जा रहा है।
योगेन्द्र शुक्ला, अधिवक्ता
अदालत खुली है अच्छी बात है। लंबे समय बाद न्यायालय खुला इससे पक्षकारों को न्याय मिलेगा। अधिवक्ताओं को अधिक काम मिलेगा। महामारी से बचाव के लिए पक्षकारों को आने-जाने में साहूलिय दी जाए, लॉकडाउन का पालन होना चाहिए, ठंड में संभावना है कि संक्रमण बढ़ेगा।
कुबेर प्रसाद अग्निहोत्री
लंबे समय से कोर्ट बंद था। जिससे अधिवक्ताओं के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया था। कोर्ट खुलने से वकील का काम फिर शुरू हो गया। पक्षकार लंबे पेशी पर दौड़ रहे थे। अब उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
शशि तिवारी, अधिवक्ता
कोर्ट खुलने की जानकारी मिलने की सूचना से बहुत खुशी हुई। आठ माह बाद पेशी पर बुलाया गया। जमीन का मामला लंबे समय से चल रहा है। जल्द प्रकरण की सुनवाई हो सकेगी।
शकुंतला यादव, पक्षकार
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