कोविड सेेल्फ किट से घरों में जांच कर रहे लोग, प्रशासन को नहीं मिल रहे आंकड़े
रीवाPublished: Jan 17, 2022 10:04:17 pm
– आइसीएमआर ने कोविड सेेल्फ किट की बिक्री के लिए आधार और मोबाइल नंबर जरूरी, प्रशासन ने जिले में बिक्री की नहीं दी है अनुमति
Covid Self test kit, rewa madhya pradesh
रीवा। ठंड के मौसम में आए बदलाव के साथ ही जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। बीते करीब सप्ताह भर के आंकड़ों पर गौर करें तो रीवा में दो सौ के पार नए कोरोना मरीज पाए गए हैं। ऐसे में प्रशासन द्वारा बनाए गए कोरोना जांच सेंटर तक जाने के बजाए लोग घरों पर ही किट के जरिए जांच करने लगे हैं। शहर के बड़े दवा दुकानदारों ने कोविड शेल्फ किट की खेप मंगाई ही नहीं है, फिर भी शहर के कई दवा दुकानों में यह सहजता से उपलब्ध हो रही है। पूर्व में सरकार ने इस किट से जांच की अनुमति दी थी लेकिन बाद में देशभर से आई शिकायतों के बाद आइसीएमआर ने इसकी खुली बिक्री पर रोक लगाने की अनुशंसा की थी। यह किट खरीदने वालों का पूरा ब्यौरा दवा दुकानों को रखने का निर्देश है। आधार और मोबाइल नंबर लेने के बाद ही किट देने का निर्देश है लेकिन शहर के छोटे दुकानों में यह सहजता से उपलब्ध हो रही है। लोग घर में कोरोना का पता लगाने के लिए शेल्फ किट से टेस्ट कर रहे हैं, जो सर्दी-बुखार से पीडि़त हैं उन लोगों के मन में कोरोना की आशंका बनती जा रही है। शहर के कुछ दवा दुकानों के साथ ही आनलाइन माध्यम से किट उपलब्ध है। आनलाइन आर्डर पर दो से तीन दिनों के भीतर लोगों के घरों तक यह पहुंच रही है। जिन लोगों को कोई लक्षण नहीं हैं और इसकी जरूरत भी नहीं है, वह भी एडवांस में ही किट आनलाइन ही खरीद रहे हैं। ऐसे में यह सुविधा ही संक्रमण का खतरा बनती जा रही है। जो लोग इस किट से घर में ही कोरोना का टेस्ट कर रहे हैं, उनका डाटा प्रशासन या सरकार के पास नहीं पहुंच रहा है। जनवरी महीने शुरू होते ही संक्रमण भी शहर में बढ़ा है। इस कारण अब लोग दुकानों में सेल्फ किट के बारे में पूछताछ करने पहुंच रहे हैं। दवा विक्रेता संजय सिंह बताते हैं कि उनके पास भी पूछताछ के लिए लोग आते हैं लेकिन उपलब्ध नहीं होने की वजह से वापस लौट जाते हैं।
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जानकारी नहीं मिलने से किट पर बढ़ाई पाबंदी
कोविड शेल्फ किट से लोग घरों पर ही जांच कर रहे हैं और इसकी सूचना प्रशासन को नहीं दे हैं। वह अपने घरों पर ही क्वारंटीन हो रहे हैं। ऐसे में इन लोगों की कांट्रेक्ट हिस्ट्री से जुड़े लोगों की जानकारी नहीं हो पाती और वह संक्रमण दूसरों को भी फैला रहे हैं। इसी समस्या के कारण अब दवा दुकानों को निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि कोई कोविड शेल्फ किट खरीदता है तो उसका आधार नंबर और मोबाइल नंबर अवश्य रखें। खुली बिक्री को प्रतिबंधित किया गया है।
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आरटीपीसीआर टेस्ट से ही अंतिम पुष्टि
कोविड शेल्फ किट या स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एंटीजन किट से जो जांच की जाती है, उससे कोरोना संक्रमण पूरी तरह से पकड़ में नहीं आता है। यही वजह है कि सरकार ने भी कहा है कि आरटीपीसीआर की जांच ही कोविड संक्रमण की पुष्टि करेगा। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि घर पर टेस्ट निगेटिव आए तो भी आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी है।
सेल्फ टेस्ट किट के जरिए घर में कोरोना जांच करने के बाद लोगों को जानकारी नहीं छिपाना चाहिए। अगर एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आती है तो इसके बाद पुष्टि के लिए एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट भी करना चाहिए। आमतौर पर सेल्फ टेस्ट एंटीजन किट से निगेटिव होने पर आरटीपीसीआर टेस्ट पॉजिटिव भी आ सकती है। ऐसे में सेल्फ टेस्ट किट से रिपोर्ट निगेटिव आने पर अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी हो जाता है।
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एप पर भी नहीं दे रहे जानकारी
कोविड टेस्ट किट बनाने वाली कंपनियों को निर्देश हैं कि वह जांच के बाद हर व्यक्ति की रिपोर्ट आइसीएमआर को दें, यह रिपोर्ट चाहे पाजिटिव हो या निगेटिव। शहर के लोग जांच तो कर रहे हैं लेकिन उसकी रिपोर्ट स्वयं कंपनी के एप पर लोड नहीं कर रहे है। सेल्फ कोरोना टेस्टिंग किट को आइसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) ने 19 मई 2021 को अप्रूवल दिया था। आइसीएमआर ने दिशा-निर्देश जारी किए थे कि सैंपल लेने के बाद जो भी परिणाम आता है, उसे किट बनाने वाली कंपनी के एप पर अपलोड करना है। कंपनी यह जानकारी आइसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड करेगी। लोग टेस्ट तो कर रहे हैं, लेकिन एप पर रिजल्ट नहीं बता रहे हैं।
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बड़े दवा दुकानदारों की बैठक में हुई चर्चा
शहर के थोक एवं बड़े दवा विक्रेताओं की बैठक आयोजित की गई। जिसमें यह चर्चा हुई है कि शासन के निर्देशों का पालन किया जाएगा। फिलहाल सभी ने कहा है कि यदि प्रशासन किट मंगवाने का निर्देश देगा तभी मंगाएंगे। अन्यथा आरटीपीसीआर जांच से कोविड की पुष्टि हो रही है। दवा विक्रेताओं के संगठन ने यह भी कहा है कि उनकी ओर से सेल्फ किट की बिक्री नहीं की जाएगी और यदि कोई दुकानदार बाहर से मंगाकर बेचेगा तो पूरी जवाबदेही उसी की होगी।
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सेल्फकिट से कोविड जांच की अनुमति शासन ने नहीं दी है। यदि कोई गंभीर है और जांच केन्द्र तक पहुंचने में असहज हैं तो स्वास्थ्य विभाग की टीम घर पर भी जांच की सुविधा देती है। जिन्हें भी लक्षण समझ में आता है तो आरटीपीसीआर जांच कराएं।
डॉ. बीएल मिश्रा, सीएमएचओ रीवा
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रीवा में थोक दवा विक्रेताओं ने कोविड सेल्फ किट मंगाई ही नहीं है, इस कारण दुकानों में उपलब्धता नहीं है। आनलाइन प्लेटफार्म पर भी यह किट उपलब्ध है, उसकी बिक्री की जानकारी नहीं हो पाती। शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही शहर में दवाओं की आपूर्ति की जा रही है।
विजय सिंह बाघेल, संभागीय सचिव मप्र कैमिस्ट एसेसिएशन