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युवक की पिटाई पर बवाल, गुस्साए लोगों ने घेरा थाना

locationरीवाPublished: Dec 03, 2017 08:03:54 pm

जबलपुर में नहीं हुआ इलाज, घायल युवक को वापस लेकर लौटे परिजन, समान थाना व अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील

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रीवा. युवक की पिटाई के विरोध में शनिवार को भारी बवाल मच गया। गुस्साए लोगों ने समान थाने को घेर लिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। तनाव को देखते हुए थाना परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। उधर सांयकाल घायल युवक को लेकर परिजन वापस रीवा पहुंचे और सीधे समान थाने आ गये। जिससे भीड़ उग्र हो गई लेकिन पुलिस ने तत्काल स्थिति को नियंत्रित कर युवक को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करा दिया है। आक्रोशित लोग पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल भी पहुंच गए, जिससे अस्पताल में भी पुलिस तैनात करनी पड़ी।
परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया
मनीष पटेल निवासी लैंडमार्क होटल के पीछे शुक्रवार की सांयकाल करीब सात बजे संदिग्ध परिस्थितियों में घायल हो गया था। लेकिन परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया था। देररात युवक को उपचार के लिए जबलपुर रेफर कर दिया गया था। शनिवार की दोपहर घटना से आक्रोशित लोग समान थाने के बाहर धरने पर बैठ गये और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। कांग्रेस नेता विमलेन्द्र तिवारी, पार्षद विनोद शर्मा, संदीप पटेल सहित कई कांग्रेसी नेता थाने पहुंचे और कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। शाम तक थाने के सामने सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। सांयकाल करीब साढ़े 6 बजे जैसे ही घायल युवक को लेकर एम्बुलेंस समान थाने पहुंची तो वहां फिर से बवाल मच गया। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाया और घायल युवक को पुन: संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती करा दिया है। भारी तनाव को देखते हुए अस्पताल परिसर व थाना परिसर पुलिस छावनी में तब्दील है। जिले के थाना प्रभारियों को अहतियात के तौर पर रीवा बुलवा लिया गया है।

एसपी ने खंगाला सीसीटीवी फुटेज, उपनिरीक्षक निलंबित
मामले को गंभीरता से लेते हुए शनिवार की सुबह पुलिस अधीक्षक ललित शक्यवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, एएसपी शिवकुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी समान थाने पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। एसपी ने थाने में लगा सीसीटीवी फुटेज खंगाला जिस पर युवक को घायल अवस्था में बाहर से थाने के अंदर लाते हुए दिखाया गया है। एसपी ने उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच एएसपी गुप्ता को सौंप दी है।

हत्या के प्रयास का मामला दर्ज, एक संदेही पकड़ाया
पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। साथ ही एक संदेही को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि उक्त युवक के साथ शुक्रवार की सांयकाल ट्रैक्टर ऐजेन्सी के सामने मारपीट हुई थी। इस घटना का राज उस समय खुला जब पुलिस ने संदेही के बड़े भाई व ट्रैक्टर ऐजेन्सी के संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। ट्रैक्टर ऐजेन्सी में लगे सीसीटीवी कैमरे में घटना कैद हुई है। आरोपी सीसीटीवी कैमरा व पूरा सिस्टम रात में ही निकाल ले गये। पुलिस अब उक्त सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करने में जुटी है।

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
युवक की मां सहित परिजनों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं। मां का कहना था कि पुलिस हर जगह उनका पीछा कर रही थी। जबलपुर अस्पताल पहुंचने पर वहां भी पुलिस पीछे लगी हुई थी और जगह-जगह उनकी गाड़ी को रोका गया। चोरहटा पहुंचने पर पुलिस ने उनकी गाड़ी रोकी और इस दौरान परिजनों से झूमाझटकी की। बाईपास होकर परिजन युवक को लेकर समान थाने पहुंचे।

जबलपुर में भी नहीं हुआ इलाज
घाायल युवक की मां का कहना था कि जबलपुर में सिर्फ उसको आक्सीजन लगा दी गई थी और इसके अलावा कोई इलाज नहीं किया गया। चिकित्सकों द्वारा चौदह हजार रुपए जमा करने के लिए भी कहा गया, उनके पास पैसा नहीं होने पर मंगवाकर पैसा जमा करने को कहा तो इलाज नहीं किया और वापस भेज दिया।

मैहर पहुंचते ही चलने लगी सांसे
जबलपुर के चिकित्सकों ने घायल युवक का ब्रेन डेड घोषित कर दिया था और दो-तीन घंटे में ब्रेन फटने की बात कहकर उसे वापस भेज दिया। युवक का शरीर लगभग शून्य हो चुका था लेकिन मैहर में पहुंचते ही उसने अचानक हिचकी ली और शरीर में पुन: हरकत शुरू हो गई। यह देखते ही परिजनों के चेहरे खुशी से खिल उठे। एम्बुलेंस के ड्राइवर ने तत्काल गाड़ी रोककर युवक को आक्सीजन लगाया जिससे उसकी सांसे सामान्य रूप से चलने लगी।

इलाज में की गई लापरवाही
युवक के इलाज में बड़ी लापरवाही बरती गई है। शुक्रवार की देर रात उसे जबलपुर रेफर किया गया लेकिन दिन भर युवक को समुचित इलाज नहीं मिला। लगभग 24 घंटे तक युवक को लेकर परिजन भटकते ही रह गये। निश्चित रूप से यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। उधर एएसपी का कहना है कि जबलपुर में युवक का इलाज क्यों नहीं हो पाया वे इसकी जांच करायेंगे।

चार आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीव फुटेज खंगाला है और उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है। जांच की जा रही हैं जो भी दोषी होंगे उनको बख्शा नहीं जायेगा।
ललित शाक्यवार, पुलिस अधीक्षक
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