रुपए लेकर जा रहे थे एमपीईबी कार्यालय बिजली विभाग के कर्मचारी अरुणेन्द्र द्विवेदी शनिवार की दोपहर करीब साढ़े तीन बजे 1.40 लाख रुपए लेकर एमपीईबी कार्यालय जा रहे थे। उन्होंने एक लाख रुपये बैंक से निकलवाया था और चालीस हजार रुपये एक दिन पहले का कलेक्शन रखा हुआ था। वे ऑटो में सवार होकर धोबिया टंकी आए और तिराहे में उतरने के बाद पैदल कार्यालय जाने लगे तभी जेल मार्ग मोड़ के समीप पीछे से बाइक में सवार होकर आये दो बदमाशों ने झपट्टा मारकर बैग छीन लिया।
पुलिस ने की नाकाबंदी अचानक हुई इस घटना से पीडि़त के होश उड़ गए।पलक झपकते ही बदमाश वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। पीडि़त ने घटना की सूचना पुलिस को दी जिस पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बदमाशों को पकडऩे के लिए नाकाबंदी करवा दी लेकिन उनका पता नहीं चल पाया है। आशंका जताई जा रही है कि उनके पास इतनी बड़ी मात्रा में रुपए होने की जानकारी पहले से ही बदमाशों को थी। वे उनका पीछा कर रहे थे और मौका मिलते ही लूट का शिकार बनाकर फरार हो गये। पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।
विरोधाभासी बयानों से पुलिस जता रही संदेह
घटना के बाद पीडि़त लगातार विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। वे हर बार अलग-अलग कहानी बता रहे हैं। पुलिस के मुताबिक घटनास्थल के आसपास भी कोई लूट की तस्दीक नहीं कर रहा है।ऐसे में प्रथम दृष्ट्यिा पुलिस घटना को संदिग्ध मानकर उसकी तस्दीक कर रही है। जांच के बाद ही घटना से जुड़ी वास्तविकता सामने आएगी।
विरोधाभासी बयानों से पुलिस जता रही संदेह
घटना के बाद पीडि़त लगातार विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। वे हर बार अलग-अलग कहानी बता रहे हैं। पुलिस के मुताबिक घटनास्थल के आसपास भी कोई लूट की तस्दीक नहीं कर रहा है।ऐसे में प्रथम दृष्ट्यिा पुलिस घटना को संदिग्ध मानकर उसकी तस्दीक कर रही है। जांच के बाद ही घटना से जुड़ी वास्तविकता सामने आएगी।
बार-बार बयान बदला जा रहा है कर्मचारी लूट की जानकारी दे रहा है। बैग में 1.40 लाख रुपए होना बताया गया है। फरियादी द्वारा बार-बार बयान बदला जा रहा है, घटना की तस्दीक की जा रही है। घटनास्थल के आसपास भी कोई लूट की जानकारी नहीं दे रहा है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
अरुण सोनी, टीआई सिविल लाइन
अरुण सोनी, टीआई सिविल लाइन