सीसीटीवी फुटेज नहीं खंगाले
नगर निगम कार्यालय एवं वहां तक पहुंचने के रास्ते में कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लोगों ने मांग उठाई थी कि सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जाएं तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि निगम परिसर में मवेशी लेकर कौन पहुंचे थे और किसकी साजिश की वजह से इस घटनाक्रम को अंजाम दिया गया था। पहले पुलिस राजनीतिक दबाव में रही अब सिविल लाइन के थाना प्रभारी तर्क दे रहे हैं कि चुनाव की व्यस्तता की वजह से विवेचना के लिए समय नहीं मिल पा रहा है।
नगर निगम कार्यालय एवं वहां तक पहुंचने के रास्ते में कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लोगों ने मांग उठाई थी कि सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जाएं तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि निगम परिसर में मवेशी लेकर कौन पहुंचे थे और किसकी साजिश की वजह से इस घटनाक्रम को अंजाम दिया गया था। पहले पुलिस राजनीतिक दबाव में रही अब सिविल लाइन के थाना प्रभारी तर्क दे रहे हैं कि चुनाव की व्यस्तता की वजह से विवेचना के लिए समय नहीं मिल पा रहा है।
सत्ता के इशारे पर थाने से छोड़े थे संदेही
पुलिस ने नगर निगम के श्रमिकों एवं कुछ कर्मचारियों को थाने में बैठाया था, उस दौरान सत्ता से जुड़े लोगों पर भी दबाव बन रहा था। इस कारण थाने में बैठाए गए आरोपियों को सत्ता के दबाव की वजह से पुलिस ने छोड़ दिया था। इसे लेकर पार्षदों ने कई दिनों तक हंगामा मचाया था।
पुलिस ने नगर निगम के श्रमिकों एवं कुछ कर्मचारियों को थाने में बैठाया था, उस दौरान सत्ता से जुड़े लोगों पर भी दबाव बन रहा था। इस कारण थाने में बैठाए गए आरोपियों को सत्ता के दबाव की वजह से पुलिस ने छोड़ दिया था। इसे लेकर पार्षदों ने कई दिनों तक हंगामा मचाया था।