आरक्षक सदन पटेल का इस संबंध में कहना है कि उसके बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आया जिसमें वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करने को कहा गया। उन्होने लिंक पर क्लिक किया ही था कि फोन आया और आधार नंबर की जानकारी मांगी गई। आधार नंबर देने के फौरन बाद उन्होंने फोन पर ही 4 अंक का पासवर्ड मोबाइल में आने की बात कहकर जानकारी मागी, ओपीडी नंबर बताए जाने के बाद तकरीबन 1 घंटे बाद उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि उनके सैलरी अकाउंट से 3 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। इसके बाद आरक्षक सदन ने पुलिस अधीक्षक रीवा से इसकी शिकायत की।
साइबर सेल प्रभारी वीरेंद्र सिंह पटेल ने बताया है कि इन दिनों साइबर क्राइम करने वाले वैक्सीन के बहाने ठगी करने में जुटे हैं। इसके लिए पूर्व में भी हम समय-समय पर लोगों से अपील कर उन्हें जागरूक करते रहते हैं। उन्होंने आमजन से अपील की कि किसी भी प्रकार की वैक्सीन लगवाने के लिए अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराएं। मोबाइल पर आए किसी भी प्रकार के मैसेज पर विश्वास न करें, किसी भी कीमत पर अपने गोपनीय ओपीटी नंबर को ना बताएं नहीं तो आप के खाते से आनलाइन धोखाधड़ी हो सकती है।