रात 11 बजे दस हथियारबंद बदमाश पहुंचे वारदात सेमरिया थाने के कटाई जंगल में हुई। ललित सिंह (50)निवासी शिवपुर्वा प्रतिदिन की तरह रात को कटाई जंगल में स्थित अहरी में लेटे हुए थे। रात करीब 11 बजे दस की संख्या मे हथियारबंद बदमाश पहुंचे। बदमाश पहले उनके यहां काम करने वाले श्रमिक बहादुर कोल के घर पहुंचे और सभी सदस्यों को बंधक बना लिया। डकैतों ने घर के सदस्यों के साथ जमकर मारपीट की थी और उनके हाथ-पैर बांधकर कमरे में डाल दिया। इस दौरान गांव की एक महिला को आरोपी उठाकर अपने साथ झोपड़ी में ले गए जहां उसके साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया। रात में आरोपी श्रमिक को लेकर किसान के घर पहुंचे और श्रमिक से दरवाजा खुलवाया। श्रमिक की आवाज सुनकर अनहोनी की आशंका से बेखबर पीडि़त ने जैसे ही दरवाजा खोला तो बदमाशों ने उन पर बंदूक अड़ा दिया और अपहरण कर अपने साथ ले गये। हथियारबंद बदमाशों के आगे पूरा परिवार लाचार हो गया।
महिला ने आकर खोली रस्सी
श्रमिक के घर के सदस्य काफी देर तक बंधक बने रहे। एक महिला रात को अहरी में खाना पहुंचाने गई थी जिसे डकैत नहीं बांध पाए थे। रात को लौटकर महिला ने सभी लोगों की रस्सियां खोली। जब सभी लोग अपहृत के घर पहुंचे तो वहां पर श्रमिक घायल अवस्था में पड़ा हुआ था। श्रमिक ने देर रात घटना की सूचना शिवपूर्वा गांव में उनके पत्नी को दी जिसे सुनकर उनके होश उड़ गए।
महिला ने आकर खोली रस्सी
श्रमिक के घर के सदस्य काफी देर तक बंधक बने रहे। एक महिला रात को अहरी में खाना पहुंचाने गई थी जिसे डकैत नहीं बांध पाए थे। रात को लौटकर महिला ने सभी लोगों की रस्सियां खोली। जब सभी लोग अपहृत के घर पहुंचे तो वहां पर श्रमिक घायल अवस्था में पड़ा हुआ था। श्रमिक ने देर रात घटना की सूचना शिवपूर्वा गांव में उनके पत्नी को दी जिसे सुनकर उनके होश उड़ गए।
पूर्व में भी हो चुका है अपहरण, दो लाख की फिरौती में छूटा था पीडि़त
पीडि़त का इससे पूर्व वर्ष 2002 में डकैतों ने अपहरण किया था जिस पर दो लाख रुपये की फिरौती देकर छूटे थे। इसके बाद गांव के आसपास एसएएफ की पोस्ट लगा दी गई थी जिससे कई सालों तक शांति रही। बाद में पोस्ट को वहां से हटा लिया गया जिससे फिर इलाके में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। पीडि़त की कटाई गांव में काफी जमीन है और वे अहरी में रहकर खेती करवाते थे।
पीडि़त का इससे पूर्व वर्ष 2002 में डकैतों ने अपहरण किया था जिस पर दो लाख रुपये की फिरौती देकर छूटे थे। इसके बाद गांव के आसपास एसएएफ की पोस्ट लगा दी गई थी जिससे कई सालों तक शांति रही। बाद में पोस्ट को वहां से हटा लिया गया जिससे फिर इलाके में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। पीडि़त की कटाई गांव में काफी जमीन है और वे अहरी में रहकर खेती करवाते थे।
पत्नी के मोबाइल पर किया फोन, मांगी 50 लाख की फिरौती
डकैतों ने गुरुवार की सुबह फिरौती के लिए फोन किया था। सुबह करीब साढ़े 6 बजे बदमाशों ने अपहृत के ही मोबाइल से पत्नी को फोन किया और पचास लाख रुपए की फिरौती मांगी। इसके आधे घंटे के बाद पुन: फोन कर दो दिन के अंदर रुपयों की व्यवस्था करने की हिदायत दी है। अपहरण करने वाले डकैत ने अपना नाम बबली कोल बताया है। ऐसे में वारदात के पीछे इसी गिरोह का हाथ माना जा रहा है।
डकैतों ने गुरुवार की सुबह फिरौती के लिए फोन किया था। सुबह करीब साढ़े 6 बजे बदमाशों ने अपहृत के ही मोबाइल से पत्नी को फोन किया और पचास लाख रुपए की फिरौती मांगी। इसके आधे घंटे के बाद पुन: फोन कर दो दिन के अंदर रुपयों की व्यवस्था करने की हिदायत दी है। अपहरण करने वाले डकैत ने अपना नाम बबली कोल बताया है। ऐसे में वारदात के पीछे इसी गिरोह का हाथ माना जा रहा है।
डीआईजी को महिला ने सुनाया दुखड़ा, कराया गया मेडिकल
इस घटना की सूचना मिलने पर डीआईजी एनपी बरकड़े भी कटाई पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। डीआईजी ने पीडि़त परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस बल को जंगलों की सर्चिंग कर डकैतों का पता लगाने के निर्देश दिये है। इस दौरान गांव की एक महिला पहुंची जिसने डीआईजी से बदमाशों के द्वारा बलात्कार करने की जानकारी दी। उक्त संगीन मामला संज्ञान में आते ही डीआईजी ने पीडि़त महिला का मेडिकल कराया।
इस घटना की सूचना मिलने पर डीआईजी एनपी बरकड़े भी कटाई पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। डीआईजी ने पीडि़त परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस बल को जंगलों की सर्चिंग कर डकैतों का पता लगाने के निर्देश दिये है। इस दौरान गांव की एक महिला पहुंची जिसने डीआईजी से बदमाशों के द्वारा बलात्कार करने की जानकारी दी। उक्त संगीन मामला संज्ञान में आते ही डीआईजी ने पीडि़त महिला का मेडिकल कराया।
दो दिन से डेरा डाले थे डकैत, रेगी करके किया अपहरण
बदमाशों ने किसान का अपहरण पूरी योजना बनाकर किया था। बदमाश पिछले दो दिनों से ककरेड़ी, मैनहा, कटाई व मानिकपुर के जंगलों में डेरा डाले हुए थे और डकैत उनकी हर मूवमेंट पर नजर रखे थे। ग्रामीणों ने भी डकैतों को जंगल में घूमते देखा था। पीडि़त पिछले पन्द्रह दिनों से अपनी अहरी में अकेले रह रहे थे। अपहरण के पूर्व करीब साढ़े दस बजे गांव की लाइट बंद हो गई थी और डकैतों के जाते ही साढ़े ग्यारह बजे लाइट आ गई थी। ऐसे में वारदात के पीछे किसी स्थानीय व्यक्ति के शामिल होने की बात सामने आ रही है जो डकैतों को पूरी सूचनाएं दे रहा था। परिजनों ने गांव के कुछ लोगों पर संदेह भी जताया है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
बदमाशों ने किसान का अपहरण पूरी योजना बनाकर किया था। बदमाश पिछले दो दिनों से ककरेड़ी, मैनहा, कटाई व मानिकपुर के जंगलों में डेरा डाले हुए थे और डकैत उनकी हर मूवमेंट पर नजर रखे थे। ग्रामीणों ने भी डकैतों को जंगल में घूमते देखा था। पीडि़त पिछले पन्द्रह दिनों से अपनी अहरी में अकेले रह रहे थे। अपहरण के पूर्व करीब साढ़े दस बजे गांव की लाइट बंद हो गई थी और डकैतों के जाते ही साढ़े ग्यारह बजे लाइट आ गई थी। ऐसे में वारदात के पीछे किसी स्थानीय व्यक्ति के शामिल होने की बात सामने आ रही है जो डकैतों को पूरी सूचनाएं दे रहा था। परिजनों ने गांव के कुछ लोगों पर संदेह भी जताया है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
डकैतों की तलाश में पुलिस टीमें गठित
कटाई जंगल से एक व्यक्ति का अपहरण हुआ है। डकैतों की तलाश में पुलिस टीमें गठित की गई है जो पूरे तराई अंचल में सर्चिंग कर रही है। डकैतों का लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। एक महिला ने डकैतों के द्वारा बलात्कार करने की भी जानकारी दी है जिसका मेडिकल कराया गया है।
एनपी बरकड़े, डीआईजी
अपहरण दर अपहरण
1- डभौरा थाने के हरदोली रोड से रिटायर्ड डिप्टी रेंजर प्रभूनाथ त्रिपाठी का अगस्त महीने में बदमाशों ने अपहरण किया था।
2- डभौरा थाने के छमुआ जंगल से दवा विक्रेता राम सिंह बहेलिया को बदमाशों ने अगवा कर लिया था जिनको चार दिन बाद छोड़ा था।
3- पनवार थाने के ओबरी नदी से किराना दुकानदार का बदमाश अपहरण कर ले गये थे
4- पनवार थाने के हरदोली जंगल से सुरेश पटेल 55 वर्ष व भतीजे तारेश पटेल का हरदोली जंगल से अपहरण किया था जिनको एक सप्ताह बाद छोड़ा था।
कटाई जंगल से एक व्यक्ति का अपहरण हुआ है। डकैतों की तलाश में पुलिस टीमें गठित की गई है जो पूरे तराई अंचल में सर्चिंग कर रही है। डकैतों का लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। एक महिला ने डकैतों के द्वारा बलात्कार करने की भी जानकारी दी है जिसका मेडिकल कराया गया है।
एनपी बरकड़े, डीआईजी
अपहरण दर अपहरण
1- डभौरा थाने के हरदोली रोड से रिटायर्ड डिप्टी रेंजर प्रभूनाथ त्रिपाठी का अगस्त महीने में बदमाशों ने अपहरण किया था।
2- डभौरा थाने के छमुआ जंगल से दवा विक्रेता राम सिंह बहेलिया को बदमाशों ने अगवा कर लिया था जिनको चार दिन बाद छोड़ा था।
3- पनवार थाने के ओबरी नदी से किराना दुकानदार का बदमाश अपहरण कर ले गये थे
4- पनवार थाने के हरदोली जंगल से सुरेश पटेल 55 वर्ष व भतीजे तारेश पटेल का हरदोली जंगल से अपहरण किया था जिनको एक सप्ताह बाद छोड़ा था।
देर रात जंगल में उतरा पुलिस बल
तराई में अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस के पैरों तले से जमीन खिसक गई।देर रात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। बदमाशों को पकडऩे के लिए पुलिस ने जंगल में घेराबंदी कर दी लेकिन आरोपी निकल गये। उक्त पूरा इलाका यूपी सीमा से लगा हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि बदमाश अपहरण के बाद पीडि़त को यूपी ले गए। बदमाशों का पता लगाने के लिए पुलिस की डेढ़ दर्जन टीमें गठित की गई है जो तराई में चप्पे-चप्पे में सर्चिंग कर रही हैं।
तराई में अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस के पैरों तले से जमीन खिसक गई।देर रात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। बदमाशों को पकडऩे के लिए पुलिस ने जंगल में घेराबंदी कर दी लेकिन आरोपी निकल गये। उक्त पूरा इलाका यूपी सीमा से लगा हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि बदमाश अपहरण के बाद पीडि़त को यूपी ले गए। बदमाशों का पता लगाने के लिए पुलिस की डेढ़ दर्जन टीमें गठित की गई है जो तराई में चप्पे-चप्पे में सर्चिंग कर रही हैं।