कोरोना वायरस के चलते घोषित था लॉक डाउन
कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन घोषित कर दिया गया था जिसमें लोगों को अकारण घरों से निकलने पर रोक दी। इसके अतिरिक्त तमाम यात्री वाहन भी बंद रहे जिसका असर सड़क दुर्घटनाओं पर देखने को मिला है। गत वर्ष की तुलना इस वर्ष दो माह के दौरान सड़क हादसों में सत्तर फीसदी की कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2019 में अप्रैल महीने में 117 हादसे हुए थे लेकिन इस वर्ष महज 21 हादसे हुए है। वहीं मई महीने में भी हादसों में गिरावट आई है।
कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन घोषित कर दिया गया था जिसमें लोगों को अकारण घरों से निकलने पर रोक दी। इसके अतिरिक्त तमाम यात्री वाहन भी बंद रहे जिसका असर सड़क दुर्घटनाओं पर देखने को मिला है। गत वर्ष की तुलना इस वर्ष दो माह के दौरान सड़क हादसों में सत्तर फीसदी की कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2019 में अप्रैल महीने में 117 हादसे हुए थे लेकिन इस वर्ष महज 21 हादसे हुए है। वहीं मई महीने में भी हादसों में गिरावट आई है।
गत वर्ष हुई थी 180 घटनाएं
गत वर्ष जहां एक माह में 180 हादसे हुए थे वहीं इस वर्ष महज 65 घटनाएं हुई है। हादसे में घायल और मृतकों की संख्या में भी कमी आई है। पुलिस विभाग अब सड़क हादसों में कमी के कारणों का पता लगा रही है जिसके आधार पर भविष्य में सड़क हादसों को कम किया जा सके।
गत वर्ष जहां एक माह में 180 हादसे हुए थे वहीं इस वर्ष महज 65 घटनाएं हुई है। हादसे में घायल और मृतकों की संख्या में भी कमी आई है। पुलिस विभाग अब सड़क हादसों में कमी के कारणों का पता लगा रही है जिसके आधार पर भविष्य में सड़क हादसों को कम किया जा सके।
प्रवासी मजदूर सबसे ज्यादा हुए हादसे का शिकार
लॉक डाउन में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर हादसे का शिकार हुए है। चोरहटा थाना क्षेत्र में दो हादसों में प्रवासी मजदूर शिकार हुए थे जो दूसरे प्रांत से अपने घर जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही वे सड़क हादसे का शिकार हो गए। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक हादसों में प्रवासी मजदूर शिकार हुए है।
लॉक डाउन में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर हादसे का शिकार हुए है। चोरहटा थाना क्षेत्र में दो हादसों में प्रवासी मजदूर शिकार हुए थे जो दूसरे प्रांत से अपने घर जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही वे सड़क हादसे का शिकार हो गए। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक हादसों में प्रवासी मजदूर शिकार हुए है।
भविष्य में हादसों को रोकने का होगा प्रयास
लॉक डाउन के दौरान सड़क हादसों में कमी आई है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सड़क हादसों व उसमें घायल व मृतकों की संख्या में कमी आई है। जिन कारणों से हादसों में कमी आई है उसका पता लगाकर हम भविष्य में भी इन्हें रोकने का प्रयास करेेंगे।
मनोज वर्मा, डीएसपी यातायात
लॉक डाउन के दौरान सड़क हादसों में कमी आई है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सड़क हादसों व उसमें घायल व मृतकों की संख्या में कमी आई है। जिन कारणों से हादसों में कमी आई है उसका पता लगाकर हम भविष्य में भी इन्हें रोकने का प्रयास करेेंगे।
मनोज वर्मा, डीएसपी यातायात