प्रदेश में सरकार बने एक साल पूरे होने जा रहे हैं, ऐसे में अब पार्टी नेता अपने लिए निगम और मंडलों में पद भी चाहते हैं। इनकी यह बात सुनने के साथ ही एआइसीसी सचिव ने पार्टी द्वारा 14 दिसंबर को आयोजित किए जाने वाले केन्द्र सरकार के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा।
पहले तो नेताओं ने यह कहते हुए दिल्ली जाने की हामी भर ली कि खर्च पार्टी की ओर से दिया जाएगा। लेकिन जब प्रभारी ने कहा कि जो बड़े नेता हैं, वे स्वयं के खर्चे पर दिल्ली पहुंचें और अपने साथ लोगों को भी लेकर चलें। खर्च की जब बात आई तो नेताओं ने हाथ खड़े कर दिए। पहले तय किया गया था कि चार हजार लोगों को रीवा से दिल्ली ले जाया जाएगा। नेताओं के रुख को देखते हुए एक हजार का टारगेट रखा गया है।
इसके बाद हर विधानसभा से 100-100 लोगों को ले चलने की बात हुई। प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं सेे वनटूवन चर्चा की और यात्रा पर ही फोकस करने का जोर दिया। कार्यकर्ताओं से कहा कि संगठन की ओर से ट्रेन और बस की व्यवस्था की जा रही है। नेता अपना खर्च उठाएंगे लेकिन कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी संगठन की होगी।
इस दौरान जिला अध्यक्ष त्रियुगीनारायण शुक्ला, गुरमीत सिंह मंगू के साथ ही प्रदेश पदाधिकारियों ने भी मुलाकात की। जिसमें डॉ. मुजीब खान, समर्थ सिंह, विमलेन्द्र तिवारी, बृजभूषण शुक्ला, रज्जी जान, संदीप पटेल, रमाशंकर सिंह पटेल, राकेश तिवारी, गिरीश सिंह, वसीम राजा, अजय मिश्रा, विनोद शर्मा, लल्लन खान, सुबोध पाण्डेय, संजय तिवारी, मुस्तहाक खान सहित अन्य ने मुलाकात की।
– टिकट लेने वाले उठाएं खर्च
कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिन नेताओं को पार्टी ने लोकसभा और विधानसभा का टिकट दिया था उनसे दिल्ली रैली का खर्च वहन करने के लिए कहा जाए। एक नेता ने तो यह आरोप भी लगाया कि विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा दिए गए फंड का उपयोग स्वयं के लिए प्रत्याशियों ने कर लिया था। इस पर प्रभारी ने कहा कि वह बात करेंगे।
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दिल्ली में बड़ी रैली होनी है, जिसमें प्रदेश से ५० हजार कार्यकर्ता जाएंगे। रीवा बड़ा जिला है, यहां पहले कुछ तैयारियां थी लेकिन अब तय किया गया है कि एक हजार यहां से भी लोग जाएंगे। कार्यकर्ताओं के लिए रेल और बस दोनों की व्यवस्था की जा रही है।
सुधांशु त्रिपाठी, सचिव एआइसीसी एवं सह प्रभारी मप्र