लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद भी इस कार्यालय में जारी है घूसखोरी, जानिए क्या है पूरा मामला
सेवा पुस्तिका निरीक्षण का बस्ता खोलने मांगी जा रही ‘दक्षिणा’

रीवा. जिला पंचायत में अध्यापक संवर्ग के छठवें वेतन के एरियर भुगतान की सेवा पुस्तिका का बस्ता खोलने के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही है। इस बात का खुलासा एक अध्यापक व संकुल प्राचार्य के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने पर हुआ है। इससे शिक्षा विभाग से लेकर जिला पंचायत तक में हडक़ंप मचा हुआ है।
अध्यापकों का छठवें वेतन का एरियर भुगतान उनकी सेवा पुस्तिका की जांच के बाद ही जारी होना है। सेवा पुस्तिका की जांच और सीइओ जिला पंचायत के लेखाधिकारी के सत्यापन उपरांत ही अध्यापकों के एरियर का भुगतान होना है। कई संकुल से अध्यापकों की सेवा पुस्तिका जिला पंचायत भेजी जा चुकी है।
वायरल ऑडियो पर भरोसा करें तो एरियर भुगतान के लिए प्रति शिक्षक एक हजार रुपए दक्षिणा (रिश्वत) की मांग की जा रही है। ऑडियो अगडाल संकुल के प्रभारी प्राचार्य प्रदीप त्रिपाठी और गंगा प्रसाद द्विवेदी नाम के अध्यापक के बीच का बताया जा रहा है। ऑडियो में प्रभारी प्राचार्य का कहना है कि जिला पंचायत में सेवा पुस्तिका निरीक्षण का बस्ता खोलने के बाद प्रति अध्यापक एक हजार रुपए की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि दक्षिणा नहीं दी गई तो वहां से कोई न कोई गड़बड़ी कर दी जाएगी।
अध्यापकों में हुई बातचीत
एक दूसरे ऑडियो में अध्यापकों के आपसी बातचीत में यह बात भी कही जा रही है कि दूसरे अध्यापकों ने पहले ही पांच सौ रुपए देकर अपना काम करा लिया है। अधिकारियों व कर्मचारियों का यह खेल जिला पंचायत सीइओ के नाक के नीचे चल रहा है। बताया जा रहा है कि संकुल प्राचार्य की पत्नी वहां कार्यरत हैं। हालांकि इस पूरे मामले में प्राचार्य प्रदीप त्रिपाठी का कहना है कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
डीइओ तक पहुंचा वायरल ऑडियो
अध्यापक व प्राचार्य के बीच बातचीत का वायरल हुआ ऑडियो जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी कुमार त्रिपाठी तक पहुंच गया है। डीइओ का कहना है कि उन्होंने ऑडियो सुना है। वह अपने स्तर पर इसकी जांच कराएंगे।
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