पचास फीसदी कार्य दो साल बीतने के बाद भी अधूरे हैं। सामान्य प्रशासन समिति की बैठक में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के अनुसार अभी 58 कार्य अधूरे हैं। बैठक में निर्णय लिया गया है कि अधूरे कार्यों की राशि वापस कर लिया जाए। बताया गया कि राशि वापस करने और मामूली अधूरे कार्यों को पूर्ण करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
केस–01
गंगेव ब्लाक के अकौरी गांव में 10 अक्टूबर 2018 को चबूतरा निर्माण के लिए एक लाख रुपए स्वीकृत किए गए। पचास हजार की पहली किस्त जारी कर दी गई। दो साल बीतने के बाद भी अभी तक चबूतरा अपूर्ण है।
केस–02
मऊगंज जनपद के बमुरिहा इंद्रदत्त गांव में रपटा निर्माण के लिए सितंबर 2018 में 3 लाख रुपए स्वीकृत की गई। डेढ़ लाख रुपए की पहली किस्त जारी हो गई। दो साल से रपटा का निर्माण पूर्ण नहीं हो सका है।
केस–03
सिरमौर जनपद के कसियाई गांव के तिवारियों के बगिया के निकट रपटा निर्माण के लिए अप्रैल 2018 को 5 लाख रुपए स्वीकृत किए गए। इस निर्माण के लिए अब तक ढाई लाख रुपए जारी हो चुके हैं। दो साल बीतने के बावजूद अभी तक निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।
केस–04
रीवा जनपद के तिघरा गोड़हर पहुंच मार्ग 100 मीटर कंक्रीट रोड एवं सोल्डर निर्माण के लिए 3.94 लाख रुपए स्वीकृत किए गए। निर्माण कार्य प्रारंभ होने के बाद अब तक 1.97 लाख रुपए जारी हो चुकी है। अभी भी निर्माण अधूरा है।