रीवा

जिला अस्पताल से डॉक्टर गायब, इमरजेंसी सेवा भी भगवान भरोसे

मेडिसिन और शिशु रोग विभाग में चिकित्सकों का इंतजार करते रहे मरीज व परिजन

रीवाJan 19, 2020 / 11:34 am

Mahesh Singh

Doctor disappeared in district hospital

रीवा. कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय में यदि आप इस उम्मीद से जाएंगे की अस्पताल में इलाज हो जायेगा तो यह आपका भ्रम है। जिला अस्पाल के डॉक्टरों का मरीजों के प्रति रबैया इतना उपेक्षापूर्ण है कि यहां इमरजेंसी में भी आपको कोई डॉक्टर नहीं मिलेगा। भर्ती मरीजों की जान के साथ चिकित्सक खिलवाड़ कर रहे हैं। मरीजों को भर्ती करके डॉक्टर देखने तक नहीं आते। अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में शनिवार को दोपहर 1.48 बजे से 2.30 बजे तक पत्रिका की 42 मिनट की पड़ताल में मेडिसिन वार्ड से लेकर शिशु रोग, नेत्र रोग, स्त्री रोग सभी वार्डों में न तो कोई स्टाफ देखने को मिला और न ही डॉक्टर। यहां तक की इमरजेंसी वार्ड में भी कोई चिकित्सक एवं नर्स नहीं थी। सभी वार्डों में डॉक्टरों की कुर्सियां खाली पड़ी थी। मेडिसीन विभाग में तीन डॉक्टर नियुक्त किए गए हैं, जो केवल नाम मात्र के लिए हैं उन्हें मरीजों से कोई मतलब नहीं हैं।

मेडिसिन वार्ड में नवागांव निवासी नागेन्द्र पिता रामजी (19) तीन दिन से भर्ती हैं। परिजनों ने बताया कि पेट दर्द के कारण यहां लेकर आए हैं। शनिवार को दिनभर कोई देखने नहीं आया। शुक्रवार को शाम चार बजे एक जूनियर डॉक्टर आए थे और देखकर चले गए। परिजनों को डॉक्टर का नाम तक नहीं मालूम। सबसे खराब स्थिति तो यह है कि चिकित्सक यहां पर ज्यादा मरीजों को भर्ती तक नहीं करते। ऐसा इसलिए कि उनका खुद का नर्सिंग होम और क्लीनिक प्रभावित न हो इसलिए जिला अस्पताल में नाम मात्र के लिए दो-तीन मरीजों को भर्ती कर रहे हैं। जो भर्ती हैं उन्हें डॉक्टर समय से देखने तक नहीं आते।

बाहर के मेडिकल स्टोर पर परिजन खरीद रहे दवाई
जिला अस्पताल के शिशु रोग विभाग के वार्ड में खजुहा महसांव निवासी पूजा तिवारी ने अपनी दो बच्चियों वर्षा व सोनाक्षी को निमोनिया की शिकायत पर भर्ती कराया है। यहां परिजनों से डॉक्टर अस्पताल के बाहर से मेडिकल स्टोरों पर दवाईयां खरीदने को कहते हैं। मजबूरी में परिजनों को मेडिकल स्टोर से दवाई खरीदनी पड रही है। पूजा ने बताया कि डॉक्टर ने बाहर के मेडिकल स्टार से दवा खरीदने को कहा है। इनता ही इन बच्चों को भी शनिवार को दिन भर कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया था। ऐसे में अस्पताल में यदि भर्ती शिशुओं का भगवान ही मालिक होगा।
आपातकालीन चिकित्सा ईकाई में नहीं था कोई डॉक्टर
जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए आपातकालीन चिकित्सा ईकाई वार्ड की व्यवस्था है लेकिन शनिवार को इस वार्ड में भी कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। यहां पर चिकित्सक की कुर्सी दोपहर दो बजे खाली पड़ी थी। इस दौरान बिछिया निवासी राजेश अपनी पत्नी को दिखाने लाये थे। लेकिन उन्हें कोई भी डॉक्टर नहीं मिला। वह निराश होकर घण्टों आपातकालीन चिकित्सा इकाई के बाहर बैठे रहे।
दर्जनों विशेषज्ञों के बाद भी भटक रहे मरीज
जिला चिकित्सालय में दर्जनों विशेषज्ञ डॉक्टर हैं, लेकिन इसके बाद भी मरीज भटकते रहते हैं। अकेले छह तो मेडिकल ऑफीसर पदस्थ हैं। परंतु स्थिति यह हेै कि विभागों के चिकित्सक मरीजों को संजय गांधी अस्पताल में रेफर कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। कई बार तो बेवजह ही एसजीएमएच के लिए रेफर कर दिया जाता है।

Home / Rewa / जिला अस्पताल से डॉक्टर गायब, इमरजेंसी सेवा भी भगवान भरोसे

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.