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छात्रों का इंतजार खत्म : कालेजों में आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया दो महीने, यहां जानिए हर चरण का कार्यक्रम

locationरीवाPublished: Aug 02, 2020 10:35:59 am

Submitted by:

Mrigendra Singh

– विभाग ने प्रवेश प्रक्रिया का कार्यक्रम एवं मार्गदर्शी सिद्धांत किया जारी- चार सितंबर से शुरू होगी कालेज लेवल पर काउंसिलिंग, कोरोना संक्रमण के चलते आनलाइन व्यवस्थाओं पर जोर


रीवा। कालेजों में आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया पांच अगस्त से प्रारंभ होने जा रही है। इसके लिए उ”ा शिक्षा विभाग ने प्रवेश प्रक्रिया से जुड़ा कार्यक्रम जारी किया है। इस बार पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए कई परिवर्तन भी प्रक्रिया में किए गए हैं। छात्रों का एमपीआनलाइन के ई-प्रवेश पोर्टल के माध्यम से प्रवेश के लिए पहले रजिस्ट्रेशन किया जाएगा, इसके बाद इस बार आनलाइन दस्तावेजों का सत्यापन करने का भी विकल्प दिया गया है।
जिन छात्रों का दस्तावेज आनलाइन माध्यम से किसी कारण के चलते सत्यापित नहीं हो पाता वह अपने आसपास के किसी भी सरकारी कालेज में जाकर दस्तावेजों का आफलाइन सत्यापन करा सकेगा। आनलाइन की यह प्रवेश प्रक्रिया करीब दो महीने तक चलेगी। आगामी शिक्षण सत्र 2020-21 की शुरुआत एक अक्टूबर से किए जाने की जानकारी दी गई है। इसके पहले प्रवेश से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। कक्षा 12 की परीक्षा में जो छात्र पूरक आए हैं, उन्हें भी आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा गया है।
यदि वह पूरक परीक्षा देकर उत्तीण हो जाते हैं तो उसी रजिस्ट्रेशन पर नियमित प्रवेश माना जाएगा। फेल होने की दशा में प्रवेश निरस्त कर दिया जाएगा। आनलाइन ‘वाइस फिलिंग के दौरान एक से लेकर 15 तक कालेजों का चयन छात्र कर सकेंगे। कालेजों की सूची और पाठ्यक्रम का ब्यौरा पोर्टल पर उपलब्ध कराया गया है।
– आनलाइन प्रवेश के लिए इस प्रक्रिया से गुजरना होगा
छात्रों को पहले ई-प्रवेश पोर्टल के माध्यम से आनलाइन पंजीयन, पात्रता के अनुसार कालेज और पाठ्यक्रम का चयन करना होगा। एमपीआनलाइन से दस्तावेजों का ई-सत्यापन नहीं होने की स्थिति में किसी भी नजदीकी सरकारी कालेज में जाकर सत्यापन कराना होगा। प्राप्तांक एवं श्रेणी के आधार पर कालेज एवं पाठ्यक्रम का आवंटन होगा। कालेज आवंटन के बाद आनलाइन प्रवेश शुल्क जमा करते हुए प्रवेश हो जाएगा। शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के बाद मूल दस्तावेज अपने कालेज में छात्र जमा कर सकेंगे।
– ऐसे चलेगा प्रवेश आवेदन का क्रम
कालेजों में प्रवेश के लिए पांच अगस्त से आनलाइन पंजीयन एवं विकल्प चुनने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। स्नातक प्रथम वर्ष के लिए यह क्रम 20 अगस्त तक चलेगा। वहीं स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए 13 से 28 अगस्त तक की तिथि निर्धारित की गई है। प्रथम चरण में सीट आवंटन स्नातक प्रथम वर्ष का 28 अगस्त और स्नातकोत्तर का चार सितंबर को होगा। स्नातक में प्रवेश शुल्क जमा करने 28 अगस्त से दो सितंबर और स्नातकोत्तर में चार से नौ सितंबर तक का समय रहेगा। कालेजों को प्रवेश की आनलाइन रिपोर्टिंग के लिए स्नातक में दो और स्नातकोत्तर में नौ सितंबर तक का समय दिया गया है।
– सीएलसी प्रथम चरण चार सितंबर से
आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया का पहला चरण संपन्न होने के बाद कालेज लेवल काउंसिलिंग का चरण प्रारंभ होगा। स्नातक प्रथम वर्ष के लिए रिक्त सीट संख्या एवं कटआफ की जानकारी चार सितंबर को पोर्टल पर प्रदर्शित की जाएगी, स्नातकोत्तर की जानकारी 11 सितंबर को जारी होगी। स्नातक के लिए छात्र आनलाइन पंजीयन एवं विकल्प चयन पांच से 13 सितंबर तक, स्नातकोत्तर के लिए 11 से 16 सितंबर तक की तिथि निर्धारित है। कालेज द्वारा सीएलसी चरण की सूची 16 एवं 19 सितंबर को जारी की जाएगी। छात्रों से प्रवेश शुल्क 16 से 24 सितंबर तक जमा कराए जा सकेंगे। यह शुल्क डिजिटल पेमेंट के तहत ही लिए जाएंगे।
सीएलसी द्वितीय चरण 22 सितंबर से
सीएलसी का द्वितीय चरण 22 सितंबर से प्रारंभ होगा। आरक्षित वर्ग की सीटों पर प्रवेश पूर्ण नहीं होने की स्थिति में इन्हें अनारक्षित घोषित किया जाएगा। सीटों का यह ब्यौरा स्नातक के लिए 22 और स्नातकोत्तर के लिए 26 सितंबर को जारी होगा। छात्रों से प्रवेश शुल्क 22 से 30 सितंबर तक डिजिटल माध्यम से जमा कराया जाएगा।

– छात्राओं को प्रवेश के लिए होती है अधिक समस्या
बीते कई वर्षों से कालेजों प्रवेश के लिए सबसे अधिक छात्राएं परेशान होती हंै। पूर्व के वर्षों में प्रवेश नहीं मिलने की स्थिति में छात्राओं को धरना-प्रदर्शन भी करना पड़ा था। लगातार उठ रही मांगों के बावजूद अब तक केवल एक ही कन्या महाविद्यालय है, जिसमें प्रवेश की सीमित संख्या की वजह से बड़ी संख्या में छात्राएं वंचित रह जाती हैं या फिर न चाहते हुए दूसरे कालेजों में जाना पड़ता है। पूर्व में तत्कालीन मंत्री जीतू पटवारी ने शहर में एक और कन्या महाविद्यालय खोले जाने की घोषणा कर चुके हैं। इस पर भी कोई अमल नहीं हुआ है, अब सरकार बदली है तो उम्मीदें भी उस घोषणा को पूरी करने की कम ही हैं।
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