– शासन को नहीं भेजी गई जांच रिपोर्ट
इको पार्क के प्रोजेक्ट में नगर निगम की भूमि दिए जाने के बाद किसी तरह से लाभ की शर्त नहीं रखे जाने की शिकायत पूर्व में कांग्रेस पार्षद दल की ओर से की गई थी। इस पर शासन ने नगर निगम से संबंधित मामले में रिपोर्ट भी मांगी थी। करीब सात महीने से अधिक का समय पूरा हो गया लेकिन अब तक रिपोर्ट निगम की ओर से नहीं भेजी गई है। जबकि इसे दो सप्ताह में ही भेजना था।
इको पार्क के प्रोजेक्ट में नगर निगम की भूमि दिए जाने के बाद किसी तरह से लाभ की शर्त नहीं रखे जाने की शिकायत पूर्व में कांग्रेस पार्षद दल की ओर से की गई थी। इस पर शासन ने नगर निगम से संबंधित मामले में रिपोर्ट भी मांगी थी। करीब सात महीने से अधिक का समय पूरा हो गया लेकिन अब तक रिपोर्ट निगम की ओर से नहीं भेजी गई है। जबकि इसे दो सप्ताह में ही भेजना था।
– डूब प्रभावित क्षेत्र का भी रखा जाए ख्याल
इको पार्क क्षेत्र से लगे वार्ड छह के पार्षद रहे धनेन्द्र सिंह बघेल ने कहा है कि चार साल पहले यहां पर बाढ़ की वजह से इको पार्क का झूला बह गया है और करीब तीन करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान संबंधित कंपनी को भी हुआ है। इसलिए उसी स्थान पर फिर से कार्य कराया जाना खतरों से भरा हुआ है, दोबारा कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए जिला प्रशासन और नगर निगम यदि कोई भी प्रोजेक्ट लागू करता है तो सबसे पहले बाढ़ की आशंकाओं को ध्यान में रखना होगा।
इको पार्क क्षेत्र से लगे वार्ड छह के पार्षद रहे धनेन्द्र सिंह बघेल ने कहा है कि चार साल पहले यहां पर बाढ़ की वजह से इको पार्क का झूला बह गया है और करीब तीन करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान संबंधित कंपनी को भी हुआ है। इसलिए उसी स्थान पर फिर से कार्य कराया जाना खतरों से भरा हुआ है, दोबारा कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए जिला प्रशासन और नगर निगम यदि कोई भी प्रोजेक्ट लागू करता है तो सबसे पहले बाढ़ की आशंकाओं को ध्यान में रखना होगा।