scriptरीवा-सतना रेल मार्ग पर 100 की स्पीड में दौडय़ा इलेक्ट्रिक इंजन, सफल रहा ट्रायल | Electric engine, running at 100 speed on the Rewa-Satna news, rewa | Patrika News

रीवा-सतना रेल मार्ग पर 100 की स्पीड में दौडय़ा इलेक्ट्रिक इंजन, सफल रहा ट्रायल

locationरीवाPublished: Dec 06, 2019 12:42:05 pm

Submitted by:

Lokmani shukla

रीवा-सतना रेलमार्ग पर बुधवार को 100 की स्पीड से इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाया गया। इस दौरान किया गया ट्रॉयल पूरी तरह से सफल रहा। सतना से दोपहर 3.15 में इलेक्ट्रिक इंजन को रवाना किया है। पांच सदस्यीय टीम इस इंजन को 4.05 में प्लेटफार्म क्रमांक 01 पर लेकर पहुंची। विभागीय ट्रायल सफल होने के बाद अब रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त इसका निरीक्षण करेंगे।

Electric engine, running at 100 speed on the Rewa-Satna rail route, winning trial

Electric engine, running at 100 speed on the Rewa-Satna rail route, winning trial

रीवा। रीवा-सतना रेलमार्ग पर बुधवार को 100 की स्पीड से इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाया गया। इस दौरान किया गया ट्रॉयल पूरी तरह से सफल रहा। सतना से दोपहर 3.15 में इलेक्ट्रिक इंजन को रवाना किया है। पांच सदस्यीय टीम इस इंजन को 4.05 में प्लेटफार्म क्रमांक 01 पर लेकर पहुंची। विभागीय ट्रायल सफल होने के बाद अब रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त इसका निरीक्षण करेंगे। इसके बाद इसमें इलेक्ट्रिक इंजन का संचालन प्रांरभ हो पाएगा।
रीवा-सतना रेलवे विद्युतकरण काम वर्ष 2015 में प्रांरभ हुआ था। लेकिन बीच में काम बंद रहा है। छह महीने पहले फिर से इस अधूरे काम को गति देकर निर्धारित समय से 13 दिन पहले रेलवे को हैंडओवर कर दिया। बताया जा रहा है कि 17 दिसंबर 2019 का समय दिया गया है। लेकिन इसके पहले ही पूरा कर 4 दिसंबर को रीवा-सतना रेल मार्ग में इलेक्ट्रिक इंजन चलाया गया है। इसका ट्रॉयल सफल होने के बाद रेलवे मुख्य सुरक्षा आयुक्त को रिपोर्ट भेजी जाएगी। अब मुख्य सुरक्षा आयुक्त इसका निरीक्षण करेंगे। बुधवार को इलेक्ट्रिक इंजन के ट्रॉयल के दौरान सीइइ सुधांशूकृष्ण दुबे, टीआइ आरएन पटेल, सीएलआइ आइए चतुर्वेदी, स्टेशन प्रबंधक रमेश सिंह, प्रोजेक्ट प्रबंधक आनंद पाण्डेय उपस्थित थे।
आनंद विहार ट्रेन का होगा संचालन
रीवा-सतना के बीच दौडऩे वाली ट्रेनों में सबसे पहले आनंद विहार ट्रेन का संचालन इलेक्ट्रिक इंजन से किया जाएगा। बताया जा रहा है सतना-क टनी के बीच अभी विद्युतीकरण के काम में कुछ तकनीकी कमियों के कारण बाद में इसका संचालन किया जाएगा।
यह होगा फायदा
इलेक्ट्रिक इंजन संचालन करने से रेलवे को डीजल इंजन के ईधन में खर्च होने वाली राशि में क मी आएगी। वहीं डीजल इंजन की अपेक्षा अधिक गति से ट्रेन ट्रैक पर दौड़ सकेगी।

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