यह है पूरा मामला
कर्मचारियों के विरोध का प्रमुख मामला समयमान वेतन को लेकर है। विश्वविद्यालय के ८४ कर्मचारियों एवं कुछ सुरक्षा गार्डों को इसका लाभ पिछले कई वर्षों से नहीं मिल रहा है। इसी को लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है। विश्वविद्यालय प्रबंधन उनकी यह मांग मानने को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि समयमान वेतन देने के लिए जो नियम निर्धारित किए गए हैं उसके दायरे में वे नहीं आ रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें इसका लाभ नहीं दिया जा सकता। प्रशासन का यह तर्क मानने को कर्मचारी राजी नहीं हैं। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय से उन्हें इसकी स्वीकृति दी जाए। जिससे कर्मचारियों का भला हो सके। इसके साथ उनकी और भी कई अन्य मांगें हैं।
लगातार हफ्ते भर से हो रहा प्रदर्शन
विश्वविद्यालय में पिछले करीब एक हफ्ते से कर्मचारी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले ज्ञापन सौंपा गया। दोनों कर्मचारी संघ कुलपति को लगातार बारी – बारी से ज्ञापन सौंपते रहे। कुछ दिनों तक यह सिलसिला चला। दोनों ने साथ बैठक कर रणनीति बनाई। संयुक्त रूप से महासभा की बैठक हुई। इसके बाद कुलपति – कुलसचिव के साथ बैठक हुई। बावजूद इसके मामले का निपटारा नहीं हुआ। सोमवार को फिर कर्मचारी प्रदर्शन पर उतरेंगे। प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की संख्या काफी ज्यादा होने की वजह से काम – काज प्रभावित हो रहा है।