इटौरा गांव के निवासी अनुराग बताते हैं कि वह पहले फार्मेसी कंपनी में काम करते थे। लेकिन उन्होंने अपनी फार्मेसी कंपनी के लिए उद्योग विभाग से संपर्क किया और उन्हें 9 लाख रुपए का ऋण यूनियन बैंक द्वारा दिया गया। जिससे उन्होंने अपनी कंपनी स्थापित कर जनसेवा के रूप में कार्य शुरू किया और आज आर्थिक रूप से सशक्त हैं। अनुराग ने युवाओं से कहा कि नशे से दूर रहें और आत्मविश्वास के साथ अपना रोजागर स्थापित करें तथा दूसरों को भी रोजगार दें।
रोजगार दिवस पर नगर निगम रीवा अंतर्गत वार्ड 38 निवासी आशीष वर्मा को 6 लाख रुपए का ऋण उपलब्ध कराया गया है। आशीष ने टैक्सी क्रय करने के लिए आर्थिक कल्याण योजना के अंतर्गत आवेदन किया था। उपरोक्त सहायता मिलने पर वर्मा प्रसन्न रहे और कहा कि अब उनका अपनी टैक्सी का सपना साकार होगा।