मार्तण्ड दो में छात्र 31 जुलाई तक ले सकेंगे प्रवेश
विद्यालय के प्राचार्य धीरेंद्र सिंह के मुताबिक, कक्षा आठवीं की पढ़ाई पूरी करने वाले अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। छात्र ३१ जुलाई तक कक्षा नौवीं में प्रवेश ले सकेंगे। विद्यालय में यह व्यवस्था शासन के निर्देश पर शुरू की गई है। इसका छात्रों को लंबे समय से इंतजार रहा है।
विद्यालय के प्राचार्य धीरेंद्र सिंह के मुताबिक, कक्षा आठवीं की पढ़ाई पूरी करने वाले अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। छात्र ३१ जुलाई तक कक्षा नौवीं में प्रवेश ले सकेंगे। विद्यालय में यह व्यवस्था शासन के निर्देश पर शुरू की गई है। इसका छात्रों को लंबे समय से इंतजार रहा है।
केवल कक्षा आठवीं तक है अंग्रेजी माध्यम की व्यवस्था
गौरतलब है कि यहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक एक में कक्षा आठवीं तक अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं संचालित की जाती हैं। लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए छात्रों को अभी तक अंग्रेजी माध्यम के स्कूल उपलब्ध नहीं रहे। जिससे छात्रों को मजबूरन हिन्दी माध्यम में प्रवेश लेना पड़ता था।
गौरतलब है कि यहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक एक में कक्षा आठवीं तक अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं संचालित की जाती हैं। लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए छात्रों को अभी तक अंग्रेजी माध्यम के स्कूल उपलब्ध नहीं रहे। जिससे छात्रों को मजबूरन हिन्दी माध्यम में प्रवेश लेना पड़ता था।
शिक्षकों की भी कर ली गई है व्यवस्था
कक्षा नवीं में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के लिए अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की भी व्यवस्था कर ली गई है। छात्रों को अब पढ़ाई करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। कक्षा नवीं के बाद अब दसवीं और फिर 11 वीं व 12 वीं में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू होगी। अभी तक जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल का केवल एक अंग्रेजी माध्यम का स्कूल रहा है।
कक्षा नवीं में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के लिए अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की भी व्यवस्था कर ली गई है। छात्रों को अब पढ़ाई करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। कक्षा नवीं के बाद अब दसवीं और फिर 11 वीं व 12 वीं में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू होगी। अभी तक जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल का केवल एक अंग्रेजी माध्यम का स्कूल रहा है।
फिर नहीं मिलेगा प्रवेश का मौका
शाउमावि मार्तण्ड दो के प्राचार्य की माने तो छात्रों का प्रवेश केवल 31 जुलाई तक होगा। इसके बाद प्रवेश के लिए कोई मौका नहीं दिया जाएगा। छात्र प्रवेश से चूके तो उनके पास प्राइवेट में पढ़ाई करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। क्योंकि तब तक हिन्दी माध्यम के स्कूलों में भी प्रवेश बंद हो जाएगा।
शाउमावि मार्तण्ड दो के प्राचार्य की माने तो छात्रों का प्रवेश केवल 31 जुलाई तक होगा। इसके बाद प्रवेश के लिए कोई मौका नहीं दिया जाएगा। छात्र प्रवेश से चूके तो उनके पास प्राइवेट में पढ़ाई करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। क्योंकि तब तक हिन्दी माध्यम के स्कूलों में भी प्रवेश बंद हो जाएगा।