scriptविस्फोटक सामग्री के तस्करी में बड़े नेटवर्क का खुलासा | Explanation of large networks in explosive smuggling | Patrika News

विस्फोटक सामग्री के तस्करी में बड़े नेटवर्क का खुलासा

locationरीवाPublished: Apr 24, 2019 11:55:15 am

Submitted by:

Mahesh Singh

चोरहटा पुलिस तलाश में जुटी, क्रॅशर संचालकों की सांठगांठ से चल रहा खेल, दो बोरियों में भरा 398 नग जिलेटिन के साथ पकड़ा

Explanation of large networks in explosive smuggling

Explanation of large networks in explosive smuggling

रीवा. जिले में विस्फोटक तस्करी के अवैध कारोबार से जुड़े तस्करों पर पुलिस शिकंजा कस दिया है। पुलिस द्वारा विस्फोटक तस्करी में पकड़े गए तीनों तस्करों को मंगलवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। चोरहटा पुलिस ने एक दिन पूर्व बनकुंईया व दादर गांव से विस्फोटक की तस्करी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बनकुंईया से राजेश दाहिया (29) निवासी सकरवट थाना चोरहटा व दीपक यादव निवासी बाबूपुर थाना रामपुर बघेलान को दो बोरियों में भरा 398 नग जिलेटिन के साथ पकड़ा था। उनकी निशानदेही पर दादर गांव से मो. अख्तर खान (31) निवासी डाढ़ी को 200 नग जिलेटिन के साथ गिरफ्तार किया था।
चोरहटा थाना क्षेत्र में स्थित क्रॅशर व खदान संचालकों की सांठगांठ से विस्फोटक तस्करी का खेल लंबे समय से चल रहा है और रात के समय विस्फोटक सामग्री का परिवहन किया जाता है, जिससे खदानों में पत्थर तोड़े जाते है। करीब दर्जन भर नए नाम सामने आए हैं जो विस्फोटकों के अवैध परिवहन से जुड़े हुए है। इनकी पुलिस कुंडली तैयार करने में लग गई है। इनके खिलाफ जल्द ही व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जायेगी। विस्फोटक सामग्री प्रदान करने वालों में सतना के व्यापारी निखिल चमडिय़ा का नाम सामने आया है जिसकी चोरहटा थाने के दादर गांव में मैग्जीन है। आशंका जताई जा रही है कि यही से विस्फोटक सामग्री का अवैध तरीके से परिवहन किया जाता है।
लाइसेंसधारी व्यापारियों का नहीं चेक होता है स्टॉक रजिस्टर
विस्फोटक सामग्री की बिक्री का लाइसेंस प्रशासन द्वारा किया जाता है लेकिन लाइसेंस जारी करने के बाद अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से मुक्ति पा लाते है। व्यापारी कितनी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मंगा रहे है और किसको बिक्री कर रहे है यह देखने की फुर्सत किसी पास नहीं है। यही कारण है कि व्यापारी मनमानी तरीके से अप्रशिक्षित लोगों को विस्फोटक सामग्री सप्लाई कर लोगों की जान खतरें में डालते है।
विस्फोट के समय थम जाती हैं सांसे
खदान में विस्फोट के समय स्थानीय लोगों की सांसे थम जाती है। ज्यादातर रात्रि के समय खदानों में पत्थर तोडऩे के लिए विस्फोट होता है। एक धमाका होने पर बड़े-बड़े पत्थर उछलकर दूर तक जाते हैं जिससे कई बार लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और उनमें दरारें आ जाती है। चोरहटा क्षेत्र में आधा सैकड़ा से अधिक खदानें संचालित हैं, जहां पर विस्फोट होता है। रात्रि के समय यहां के माहौल पूरी तरह से सरहद जैसा हो जाता है जहां धमाकों की आवाजें गूंजती है।
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विस्फोटक सामग्री के साथ पकड़े गये तस्करों को न्यायालय में पेश कर दिया गया है। उन्होंने तस्करी से जुड़े कई लोगों से जुड़ी अहम जानकारियां पुलिस को दी है जिसके आधार पर उनकी तलाश की जा रही है। जल्द ही कई तस्करों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
अनिमेश द्विवेदी, थाना प्रभारी चोरहटा
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