गोविंदगढ़ सर्किल में भी फर्जीवाड़ा
गोविंदगढ़ सर्किल में नायब तहसीलदार के कार्यालय से लेकर पटवारी हल्का में गोविंदगढ़ नगर पालिक क्षेत्र के भू-स्वामी किशनलाल साकेत ने आवेदन देकर फर्जी तरीके से जमीन का नामांतरण की शिकायत की है। इसी तरह गोविंदगढ़ सर्किल के इटौरा, बरौं, मैदानी सहित कई अन्य जगहों पर फर्जी नामांतरण कर दिया गया है। रायपुर कर्चुलियान तहसील क्षेत्र के सोनौरा, कोष्ठा सहित कई अन्य ग्राम पंचायतों में जमीन कारोबारियों से सांठगांठ कर जमीन का फर्जी नामांतरण कर दिया गया है। सोनौरा में बायपास के आस-पास कई भू-स्वामियों ने रायपुर कर्चुलियान तहसील में शिकायत की है।
गोविंदगढ़ सर्किल में नायब तहसीलदार के कार्यालय से लेकर पटवारी हल्का में गोविंदगढ़ नगर पालिक क्षेत्र के भू-स्वामी किशनलाल साकेत ने आवेदन देकर फर्जी तरीके से जमीन का नामांतरण की शिकायत की है। इसी तरह गोविंदगढ़ सर्किल के इटौरा, बरौं, मैदानी सहित कई अन्य जगहों पर फर्जी नामांतरण कर दिया गया है। रायपुर कर्चुलियान तहसील क्षेत्र के सोनौरा, कोष्ठा सहित कई अन्य ग्राम पंचायतों में जमीन कारोबारियों से सांठगांठ कर जमीन का फर्जी नामांतरण कर दिया गया है। सोनौरा में बायपास के आस-पास कई भू-स्वामियों ने रायपुर कर्चुलियान तहसील में शिकायत की है।
तहसीलों में बढ़े खसरा सुधार के प्रकरण
भू-स्वामियों ने बताया कि वर्ष 2000-01 में अभियान चलाकर पटवारी अभिलेखों को कंप्यूटरीकृत किया गया। अभियान के दौरान खसरे त्राुटिपूर्ण रहे। भू-स्वामियों की पट्टे की भूमि सरकार के नाम दर्ज हो गई है तो, कई जगहों पर सरकार की भूमि निजी पट्टेधारों के नाम दर्ज हो गई है। खसरा सुधार के सबसे अधिक प्रकरण सिरमौर तहसील में हैं। जिले की 11 तहसीलों में हजारों खसरा सुधार के आवेदन धूल खा रहे हैं।
भू-स्वामियों ने बताया कि वर्ष 2000-01 में अभियान चलाकर पटवारी अभिलेखों को कंप्यूटरीकृत किया गया। अभियान के दौरान खसरे त्राुटिपूर्ण रहे। भू-स्वामियों की पट्टे की भूमि सरकार के नाम दर्ज हो गई है तो, कई जगहों पर सरकार की भूमि निजी पट्टेधारों के नाम दर्ज हो गई है। खसरा सुधार के सबसे अधिक प्रकरण सिरमौर तहसील में हैं। जिले की 11 तहसीलों में हजारों खसरा सुधार के आवेदन धूल खा रहे हैं।
हुजूर तहसील में नहीं मिल रही ऋण पुस्तिका
जमीन रजिस्ट्री और नामांतरण की व्यवस्था ऑनलाइन प्रारंभ होने के बाद फर्जीवाड़ा का खेल बढ़ गया है। फरवरी 2018 में जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले भू-स्वामियों को अभी तक ऋण पुस्तिका नहीं दी गई है। शहर में समान, सगरा, बरौं, सोनौरा आदि जगहों की जमीनों का अभी तक नामांतरण नहीं किया जा सका है।
जमीन रजिस्ट्री और नामांतरण की व्यवस्था ऑनलाइन प्रारंभ होने के बाद फर्जीवाड़ा का खेल बढ़ गया है। फरवरी 2018 में जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले भू-स्वामियों को अभी तक ऋण पुस्तिका नहीं दी गई है। शहर में समान, सगरा, बरौं, सोनौरा आदि जगहों की जमीनों का अभी तक नामांतरण नहीं किया जा सका है।
नजूल में दर्जनभर से ज्यादा प्रकरणों में मनमानी
नजूल तहसील में पांच हजार से ज्यादा नंबर के खसरे जर्जर हो गए हैं। ज्यादातर खसरों के नंबर अपठित होने के कारण फर्जी तरीके से नामांतरण हो रहा है। चार दिन पहले भी नजूल की भूमि में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है।
नजूल तहसील में पांच हजार से ज्यादा नंबर के खसरे जर्जर हो गए हैं। ज्यादातर खसरों के नंबर अपठित होने के कारण फर्जी तरीके से नामांतरण हो रहा है। चार दिन पहले भी नजूल की भूमि में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है।