इनमें पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश प्रदान करने और अवकाश न देने की स्थिति में उसका भुगतान करने, आरक्षकों का ग्रेड पे 1800 से बढ़ाकर 2800 रुपए करने, आवास भत्ता 450 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए करने, साइकिल भत्ता 18 रुपए से बढ़ाकर 5000 करने, पुलिस अधिनियम 1861 समाप्त कर नया अधिनियम लागू करने, पुलिसकर्मियों को गृह जिले में पदस्थ करने, शिकायत होने पर जांच के बाद पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने और झूठी शिकायत करने वालों पर कार्रवाई करने, चार वर्ष से रुकी पदोन्नति प्रक्रिया को शुरू करने सहित अन्य मांगे शामिल रही। काफी समय से पुलिस कर्मचारी समस्याओं से जूझ रहे है। अब उनके हक की आवाज परिवार के लोग उठा रहे है। इस दौरान पुलिस परिवार की किरण सिंह ने कहा कि उनके परिवार के मुखिया पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे है जिनसे विभाग 18-18 घंटे ड्यूटी ले रहे है।
शासन ने साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की लेकिन अभी तक पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की गई लेकिन किसी को भी साप्ताहिक अवकाश नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मचारी तनाव में रहकर ड्यूटी कर रहे है। कोई भी झूठी शिकायत कर देता है तो बिना जांच के मामला दर्ज हो जाता है। तनाव में रहकर ड्यूटी करने के बाद इस तरह का व्यवहार किसी दृष्टि से उचित नहीं है। इस मौके पर प्रियंका तिवारी, मीना प्रजापति, रंजना सिंह, मीनाक्षी तिवारी, राधिका द्विवेदी, आशा सिंह, अनीता पटेल, शकुंतला द्विवेदी, नेहा सिंह, दीपांश सिंह, रुपाली तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।