कलेक्टर एसपी सहित भारी पुलिस बल पहुंचा, 4 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा, किसानों ने खोली मंडी की अव्यवस्था की पोल, कमीशन से होती है खरीदी
रीवा. कृषि उपज मंडी रीवा में अनाज बेंचने आये किसान की शनिवार की सुबह परिसर के अंदर ट्रक से कुचलकर मौत हो गई। घटना के बाद तनाव का वातावरण निर्मित हो गया। आक्रोशित किसान मंडी परिसर में धरने पर बैठ गये जो पीडि़त परिवार को मुआवजा सहित अन्य मांगे कर रहे थे। घटना चोरहटा थाने के करहिया मंडी की है।
किसान सुरेन्द्र पटेल निवासी ग्राम ब्यौहरा मंडी में अनाज बेंचने के लिए आये थे। शुक्रवार की रात वे मंडी परिसर के अंदर सडक़ में अनाज के पास सोये हुए थे। तडक़े उनको वहां से गुजर रहे ट्रक ने कुचल दिया। ट्रक के पहिये उनके ऊपर से गुजर गये जिसमें किसान की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। किसान की मौत पर मंडी के अंदर हंगामा शुरू हो गया जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तत्काल क्षतविक्षत अवस्था में पड़े किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया है। इस पर भी परिजनों ने नाराजगी व्यक्त की है। बिना कार्रवाई के और बिना परिजनों को बताए पुलिस शव लेकर चली गई।
कलेक्टर ने 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणाकलेक्टर प्रीति मैथिल नायक तत्काल मंडी पहुंची और किसान के पीडि़त परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा, शासन से जैसा आदेश आएगा सहायता दी जाएगी। साथ ही उन्होंने पीडि़त महिला को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी का बंदोबस्त करने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने परिजनों से धरना समाप्त कर शव का अंतिम संस्कार करने का आग्रह किया।
धरने पर बैठे किसानमंडी परिसर के अंदर किसान की मौत से नाराज किसान धरने पर बैठ गये। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी मंडी पहुंच गये जो मंडी प्रांगण में ही धरने पर बैठ गये। किसान पीडि़त परिवार को एक करोड़ का मुआवजा, आश्रितों को
सरकारी नौकरी , शहीद का दर्जा दिलाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान कलेक्टर प्रीति मैथिल, एसपी सुशांत सक्सेना सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारियों से मांगों के संंबंध में चर्चा की।
विधानसभा में उठाएंगे मामलामौके पर विधायक सुंदरलाल तिवारी सहित जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा, उपाध्यक्ष विभा पटेल, माया पटेल, दिनेश डायमंड सहित अन्य पार्टियों के नेता एवं किसान नेता पहुंचे। इस दौरान विधायक तिवारी ने कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में उठाएंगे। किसान की मौत मंडी प्रशासन की लापरवाही से हुई है। क्योंकि मंडी में किसानों के रूकने, रहने एवं खाने-पीने की माकूल व्यवस्था नहीं की गई थी। कहा कि मुख्यमंत्री झूठे ही किसानों के हितैषी बनते हैं।
31 मई तक खरीदी की घोषणाइस दौरान कलेक्टर ने गेहूं की खरीदी 31 मई तक करने के साथ किसानों को टोकन देने की बात कही है। अब किसान मंडी से टोकन लेकर जायेंगे और किसी भी दिन आकर अपना अनाज मंडी में बेंच देंगे। इसके साथ ही कलेक्टर ने मंडी की समस्याओं को भी तत्काल दूर करने का आश्वासन दिया है। उपज