किसान अपने खेत के किनारे बांस लगा सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बांस से अत्याधुनिक तकनीक से दरवाजे, टेबिल कुर्सी सहित वुडेन फर्श तथा अन्य उपयोगी वस्तुओं का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसान अपने खेत के किनारे बांस लगा सकते हैं उनके द्वारा उत्पादित बांस का बाजार में अच्छा मूल्य मिलेगा तथा उनके खेत से ही खरीददार बांस ले जाएंगे।
बांस उत्पादन किसानों के लिये वरदान सिद्ध होगा
बैठक में कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने कहा कि विभागीय अधिकारी क्लस्टर आधारित खेती की कार्य योजना बनाएं साथ ही किसानों को नर्सरी लगाने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बांस उत्पादन किसानों के लिये वरदान सिद्ध होगा क्योंकि बांस उनके खेत से सही मूल्य पर जायेगा।
स्टील का बेहतर विकल्प इस अवसर पर अर्टिसन कंपनी के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवपम मुखर्जी ने बताया कि बांस में प्राकृतिक आयरन होता है यह स्टील का बेहतर विकल्प है। इससे बनी सामग्री मजबूत, टिकाऊ व दीपक रहित व आकर्षक होती है। उन्होंने बताया कि जिले में किसानों के खेतों में बांस अच्छे दाम में खरीद जायेगा और इसका उपयोग देवास में स्थापित कंपनी में दैनिक उपयोग के उत्पाद बनाने में होगा।
उपयोगी उत्पादों का अवलोकन भी किया बैठक में मुख्यवन संरक्षक एके सिंह सहित वन एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। वन मण्डलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, वन मण्डलाधिकारी सामाजिक वानिकी, महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक राजेश सिंह, सहायक संचालक उद्यान योगेश पाठक, नावार्ड के अधिकारी ढिक़ले सहित आर्टिसन कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने बांस से बनाये गए उपयोगी उत्पादों का अवलोकन भी किया।