कृषि उपज मंडी करहिया में समर्थन मूल्य पर धान की तौल के लिए तीन केन्द्र बनाए गए हैं। चोरहटा, खैरा और बहुरीबांध। तीनों केन्द्रों पर किसान ट्रैक्टर-ट्राली पर धान लेकर तौल के लिए खड़े हैं। चोरहटा समिति प्रबंधक के द्वारा बैजनाथ गांव के किसान रामदरश शुक्ल सहित अन्य कई किसानों ने बताया कि 14 दिसंबर को बुलाया गया था। आज तक धान की तौल नहीं हो सकी। इसी तरह खैरा और बहुरीबांध पर तौल कराने के लिए किसान कई दिन से उपज लेकर खड़े होकर तौल का इंतजार कर रहे हैं। करहिया मंडी में धान की तौल करने वाले दर्जनों किसान समिति प्रबंधक के पास हिसाब करने में जुटे रहे। ज्यादातर किसान समिति प्रबंधकों से खाते में समर्थन मूल्य नहीं पहुंचने की शिकायत कर रहे थे। समिति प्रबंधकों ने बताया कि ऑनलाइन भुगतान के लिए आर्डर कर दिया गया है। किसानों ने बताया कि दिसंबर के पहले सप्प्ताह में केन्द्र पर धान की तौल की है। इसके बाद भी विभागीय अधिकारी लापरवाह बने हैं।
जिले में खरीदी केन्द्रों पर अब तक 1800 से अधिक किसानों से 67 हजार क्विंटल से अधिक धान की तौल हो चुकी है। जिले में १५ नवंबर से धान की तौल प्रारंभ हो गई है। २१ दिसंबर तक एक भी किसानों का भुगतान नहीं किया गया है। विभागीय अधिकारी किसानों के कर्ज माफी का दस्तावेज तैयार करने में जुटे हैं। बताया गया कि खरीदी केन्द्रों से उपज का परिवहन शुरू हो गया है। इसके बावजूद अभी तक एक भी किसान का भुगतान नहीं हो सका है।
खरीदी केन्द्रों पर अव्यवस्था के चलते करिहया मंडी में स्थित धान खरीदी केन्द्रों पर आवारा मवेशी किसानों के पसीने की कमाई खा रहे हैं। करहिया मंडी में स्थित बहुरी बांध केन्द्र पर किसान तौल के लिए धान रखी है। जिसकी रखवाली के लिए चौकीदार तक नहीं हैं। शुक्रवार दोपहर मवेशी तौल के लिए रखी धान को खा रही थे। इसी तरह कई किसानों ने बताया कि केन्द्रों पर रात में धान की चोरी हो रही है। अब तक कई किसानों के तीन से चार क्विंटल धान की चोरी हो चुकी है।
खैरा समिति पर 8 दिसंबर को धान की तौल की है। 215 क्विंटल धान की तौल करने के बाद आज तक समर्थन मूल्य का भुगतान नहीं किया गया। भुगतान के लिए चार दिन से भटक रहे हैं।
राजभान ङ्क्षसह, खैरा, किसान
बहुरीबंाध केन्द्र पर धान तौल के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। तौल के बहुरीबंा केन्द्र पर ट्रैक्टर-ट्राली पर धान लेकर खड़े थे। दो दिन बाद बताया गया कि चोरहटा केन्द्र पर नाम स्थानांतरण कर दिया गया है। पांच दिन से चोरहटा केन्द्र पर तौल के लिए खड़े हैं।
पुष्पेन्द्र ङ्क्षसह, मद्धेपुर, किसान