ऑनलाइन टिकट की बुकिंग कराया हूं
शनिवार दोपहर दो बजे एडवोकेट अमित कर्नल की अगुवाई में दर्जनों की संख्या में बहुजन युवा कलेक्ट्रेट पहुंचे। युवाओं ने प्रभारी कलेक्टर को ज्ञापन देकर कहा कि फिल्म आर्टिकल-15 को देखने के लिए ऑनलाइन टिकट की बुकिंग कराया हूं, चंद लोगों द्वारा फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया गया। युवाओं ने तर्क दिया कि इस फिल्म को देखने से समाज में जागरुकता आएगी। फिल्म का सरांश भारतीय संविधान के अनुक्षेद-१५ से लिया गया है। इस फिल्म में समाज में समानता का संदेश दिया गया है। फिल्म में जातीय अत्याचारों पर रोक लगाने जैसे संदेश है।
शनिवार दोपहर दो बजे एडवोकेट अमित कर्नल की अगुवाई में दर्जनों की संख्या में बहुजन युवा कलेक्ट्रेट पहुंचे। युवाओं ने प्रभारी कलेक्टर को ज्ञापन देकर कहा कि फिल्म आर्टिकल-15 को देखने के लिए ऑनलाइन टिकट की बुकिंग कराया हूं, चंद लोगों द्वारा फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया गया। युवाओं ने तर्क दिया कि इस फिल्म को देखने से समाज में जागरुकता आएगी। फिल्म का सरांश भारतीय संविधान के अनुक्षेद-१५ से लिया गया है। इस फिल्म में समाज में समानता का संदेश दिया गया है। फिल्म में जातीय अत्याचारों पर रोक लगाने जैसे संदेश है।
युवाओं ने कहा फिल्म में अत्याचारियों पर तंज
अत्याचार करने वाले लोगों पर तंज कसा है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दे दिया है। हाइकोर्ट के आदेश के बावजूद फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया जा रहा है। लोग फिल्म को देखने के लिए ऑनलाइन टिकट की बुकिंग की है। अब सिनेमाघरों के द्वारा पैसे वापस किए जाने पर लोगों को ठेस पहुंच रही है। फिल्म जल्द से जल्द सिनेमा घरों में रिलीज नहीं कराई गई तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
अत्याचार करने वाले लोगों पर तंज कसा है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दे दिया है। हाइकोर्ट के आदेश के बावजूद फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया जा रहा है। लोग फिल्म को देखने के लिए ऑनलाइन टिकट की बुकिंग की है। अब सिनेमाघरों के द्वारा पैसे वापस किए जाने पर लोगों को ठेस पहुंच रही है। फिल्म जल्द से जल्द सिनेमा घरों में रिलीज नहीं कराई गई तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
ये संगठन आर्टिकल-15 का कर रहा विरोध
अखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन ने फिल्म प्रदर्शन रोकने मुख्यमंत्री के नाम संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा था। इसमें कहा था फिल्म प्रदर्शन से समाज में विषमता और बढ़ेगी। वहीं समाज को अपमानित करने के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है। इसलिए फिल्म पर रोक लगाई जाए। ऐसा नहीं होने पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद शहर के दो सिनेमाघरों में फिल्म का प्रदर्शन नहीं हुआ। वहीं झंकार सिनेमाघर में फिल्म का चुपचाप तरीके से फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
अखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन ने फिल्म प्रदर्शन रोकने मुख्यमंत्री के नाम संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा था। इसमें कहा था फिल्म प्रदर्शन से समाज में विषमता और बढ़ेगी। वहीं समाज को अपमानित करने के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है। इसलिए फिल्म पर रोक लगाई जाए। ऐसा नहीं होने पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद शहर के दो सिनेमाघरों में फिल्म का प्रदर्शन नहीं हुआ। वहीं झंकार सिनेमाघर में फिल्म का चुपचाप तरीके से फिल्म का प्रदर्शन किया गया।