जारी किया वीडियो
राजकपूर के बड़े पुत्र अभिनेता रणधीर कपूर ने वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है जिसमें उन्होंने 2 जून को रीवा आने की बात कही है। इसी तरह फिल्म अभिनेत्री कायनात अरोड़ा का भी एक वीडियो ट्वीट किया गया है जिस पर वह प्रशंसकों से 2 जून को रीवा पहुंचने की अपील कर रही हैं। वीडियो जारी होने के बाद शहर में कार्यक्रम को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इनके अलावा अन्नू कपूर और एंकर पूजा सिंह ने भी आने की पुष्टि की है।
राजकपूर के बड़े पुत्र अभिनेता रणधीर कपूर ने वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है जिसमें उन्होंने 2 जून को रीवा आने की बात कही है। इसी तरह फिल्म अभिनेत्री कायनात अरोड़ा का भी एक वीडियो ट्वीट किया गया है जिस पर वह प्रशंसकों से 2 जून को रीवा पहुंचने की अपील कर रही हैं। वीडियो जारी होने के बाद शहर में कार्यक्रम को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इनके अलावा अन्नू कपूर और एंकर पूजा सिंह ने भी आने की पुष्टि की है।
स्मृतियां रहेंगी जीवंत
फिल्मी दुनिया के सबसे बड़े घराने कपूर खानदान के साथ रीवा शहर का दशकों पहले जुड़ा नाता एक बार फिर नए सिरे से ताजा होने जा रहा है। फिल्मी दुनिया के शो-मैन कहे जाने वाले अभिनेता राजकपूर का वैवाहिक कार्यक्रम 1946 में रीवा में ही आयोजित किया गया था। उसी स्थान पर अब फिर से अत्याधुनिक ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रदेश का सबसे आधुनिक कलाकेन्द्र इसे बनाया जाएगा। राजकपूर और कृष्णा के वैवाहिक जीवन की स्मृतियों को यह भवन ताजा करेगा।
फिल्मी दुनिया के सबसे बड़े घराने कपूर खानदान के साथ रीवा शहर का दशकों पहले जुड़ा नाता एक बार फिर नए सिरे से ताजा होने जा रहा है। फिल्मी दुनिया के शो-मैन कहे जाने वाले अभिनेता राजकपूर का वैवाहिक कार्यक्रम 1946 में रीवा में ही आयोजित किया गया था। उसी स्थान पर अब फिर से अत्याधुनिक ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रदेश का सबसे आधुनिक कलाकेन्द्र इसे बनाया जाएगा। राजकपूर और कृष्णा के वैवाहिक जीवन की स्मृतियों को यह भवन ताजा करेगा।
कृष्णा के साथ हुआ था विवाह
रीवा राज्य के आईजी रहे करतारनाथ मल्होत्रा की पुत्री कृष्णा के साथ रीवा शहर के सिरमौर चौराहे के नजदीक सरकारी बंगले पर राजकपूर का विवाह 12 मई 1946 में हुआ था। इसके पहले 1940 में भी कपूर खानदान के कई प्रमुख रीवा आए थे। उक्त बंगले की जगह पर भव्य ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है। हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों द्वारा नियमित मानीटरिंग की जा रही है ताकि समय पर इसका निर्माण पूरा किया जा सके।
रीवा राज्य के आईजी रहे करतारनाथ मल्होत्रा की पुत्री कृष्णा के साथ रीवा शहर के सिरमौर चौराहे के नजदीक सरकारी बंगले पर राजकपूर का विवाह 12 मई 1946 में हुआ था। इसके पहले 1940 में भी कपूर खानदान के कई प्रमुख रीवा आए थे। उक्त बंगले की जगह पर भव्य ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है। हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों द्वारा नियमित मानीटरिंग की जा रही है ताकि समय पर इसका निर्माण पूरा किया जा सके।
शो मैन राजकपूर की स्मृति में बनाए जा रहे इस ऑडिटोरियम में आधुनिक संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। विंध्य ही नहीं प्रदेश के प्रमुख ऑडिटोरियम में अब इसकी पहचान होगी। एक हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता इसमें हैं, जिसमें बालकनी भी बनाई गई है। प्रदेश के दूसरे शहरों में इसके मुकाबले में अत्याधुनिक ऑडिटोरियम नहीं हैं। सबसे अधिक क्षमता वालों में भी इसका नाम लिया जाएगा।
ओपन थिएटर और कैफेटेरिया भी
ऑडिटोरियम के साथ ही परिसर में एक ओपन थिएटर बनाया जा रहा है। जहां पर करीब तीन सौ लोग मंच का कार्यक्रम देख सकेंगे। इसी के साथ ही कैफेटेरिया भी बनाया जा रहा है, जिसमें दो रूम बनाए गए हैं। रीवा का प्रमुख कलाकेन्द्र स्थल यह होगा।
ऑडिटोरियम के साथ ही परिसर में एक ओपन थिएटर बनाया जा रहा है। जहां पर करीब तीन सौ लोग मंच का कार्यक्रम देख सकेंगे। इसी के साथ ही कैफेटेरिया भी बनाया जा रहा है, जिसमें दो रूम बनाए गए हैं। रीवा का प्रमुख कलाकेन्द्र स्थल यह होगा।
अत्याधुनिक आडिटोरियम होगा
आडिटोरियम का निर्माण करा रहे हाउसिंग बोर्ड कार्पोरेशन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनुज प्रताप सिंह ने बताया कि फिल्म अभिनेता राजकपूर की स्मृति में बनाए जा रहे ऑडिटोरियम को आधुनिक रूप से बनाया जा रहा है। कई प्रमुख स्थानों का भ्रमण करने के बाद इसका डिजाइन तैयार किया गया है। पहले केवल राजकपूर की स्मृति में इसका निर्माण हो रहा था जिसके चलते उनकी हैट इसके फं्रट में लगाने की तैयारी थी लेकिन सरकार ने अब कृष्णा-राजकपूर का नाम दे दिया है जिससे फ्रंट में कुछ संशोधन किया जा रहा है।
आडिटोरियम का निर्माण करा रहे हाउसिंग बोर्ड कार्पोरेशन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनुज प्रताप सिंह ने बताया कि फिल्म अभिनेता राजकपूर की स्मृति में बनाए जा रहे ऑडिटोरियम को आधुनिक रूप से बनाया जा रहा है। कई प्रमुख स्थानों का भ्रमण करने के बाद इसका डिजाइन तैयार किया गया है। पहले केवल राजकपूर की स्मृति में इसका निर्माण हो रहा था जिसके चलते उनकी हैट इसके फं्रट में लगाने की तैयारी थी लेकिन सरकार ने अब कृष्णा-राजकपूर का नाम दे दिया है जिससे फ्रंट में कुछ संशोधन किया जा रहा है।