– दुर्लभ औषधि वाले हिस्से में पहुंची आग
क्योंटी के प्रपात के आसपास कई दुर्लभ औषधियां होने की जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि इस आग की वजह से उन पर भी सीधी असर पड़ा है। कई महत्वपूर्ण औषधियों को नुकसान हो गया है। इसी क्षेत्र में सोमवल्ली एवं अन्य कई ऐसी औषधियां पाई जाती हैं जो दूसरे स्थानों पर बहुत कम ही होती हैं। इस क्षेत्र में भौगोलिक बनावट ऐसी है कि आम लोग एवं जानवर भी नहीं पहुंच पाते हैं, जिससे औषधियां अब तक सुरक्षित रही हैं। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि कुछ हिस्से तक ही आग फैल पाई थी, अन्य स्थानों पर बढऩे से पहले ही उस पर काबू पाया गया है। बताया जा रहा है कि जिले के कई हिस्सों में इस वर्ष गर्मी अधिक होने से पहले ही आग लगने की सूचनाएं मिल चुकी हैं। जिसकी वजह से वन विभाग के अधिकारियों ने सभी रेंजरों को अलर्ट कर दिया है कि वह अपने स्तर पर भी इस पर निगरानी बनाए रखें।
– फायर अलर्ट सिस्टम से मिल रही सूचना
जंगलों में आग लगने की सूचना पाने के लिए कुछ साल पहले ही डेवलप किए गए फारेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम से जंगल में उठने वाले धुंए की सूचना सेटेलाइट के माध्यम से वन विभाग के अधिकारियों तक पहुंचती है। इसकी जानकारी में आग एवं धुंए की लोकेशन भी मिलती है, जिसकी वजह से संबंधित क्षेत्र के वनकर्मियों को मौके पर भेजा जाता है। कई बार खेतों में आग लगाए जाने की वजह से धुंए की सूचना अलर्ट में आ जाती है, मौके पर पहुंचने के बाद पता चलता है कि यह जंगल की आग नहीं है।
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क्योंटी प्रपात क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिली थी। भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी थी कि वहां पहुंचने में कठिनाइयां आई हैं लेकिन अब आग पर काबू पाया गया है। सभी रेंजर्स से कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में इस पर चौकन्ना रहें।
ऋषि मिश्रा, उप वनमंडलाधिकारी रीवा