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विंध्य में बाढ़ के कारणों की समीक्षा करेगा आयोग, रीवा-सतना पर रहेगा फोकस

locationरीवाPublished: May 20, 2019 12:18:57 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

– दिल्ली में 25 मई को बाढ़ नियंत्रण आयोग की बैठक में बुलाए गए अधिकारी- रीवा-सतना के कई क्षेत्रों में बाढ़ से हो चुका है बड़ा नुकसान

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Focus on Rewa-Satna will review the causes of flood in Vindhya

रीवा। बरसात के दिनों में आने वाली बाढ़ से लगातार हो रही जनहानि को बचाने इस वर्ष अभी से तैयारियां शुरू की जा रही हैं। केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण आयोग ने देश भर के उन चुनिंदा क्षेत्रों के अधिकारियों से जानकारी मांगी है, जहां पर अधिकांश बाढ़ के हालात निर्मित होते हैं।
इन स्थानों पर बाढ़ को रोकने के क्या उपाय किए जा सकते हैं, इस पर व्यापक रूप से मंथन किया जाना है। विंध्य में भी कई क्षेत्र ऐसे हैं जो बाढ़ से प्रभावित हैं। खासतौर पर रीवा और सतना के शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल हैं। देश के कई हिस्सों में बाढ़ से हर साल करोड़ों का नुकसान होने के साथ ही लोगों की मौतें भी हो रही हैं।
केन्द्र के जलसंसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय की ओर से २५ मई को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। प्रदेश सरकार से भी उन क्षेत्रों के अधिकारियों को बैठक में उपस्थित होने के लिए कहा गया है, जहां पर बाढ़ के खतरे रहते हैं। इसमें गंगा कछार रीवा के मुख्य अभियंता से भी जानकारी मांगी गई है। हाल के वर्षों में कई बार रीवा और सतना में ऐसी स्थितियां निर्मित हुई हैं जब नदियों में जलस्तर बढऩे के चलते बाढ़ आई और बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। वर्ष 2016 में रीवा में बाढ़ आई थी, जिससे उबरने में शहर को महीनों का समय लगा था।

– बाणसागर के पानी के नियंत्रण पर होगी समीक्षा
विंध्य में बाणसागर बांध है, जिसमें जलस्तर बढऩे के बाद पानी छोड़े जाने से भी बाढ़ के हालात निर्मित होते हैं। यह बांध मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार तीन राज्यों का उपक्रम है। इसलिए इसके पानी का असर तीनों राज्यों में पड़ सकता है। सतना में टमस नदी का जलस्तर बढ़ता है तो परेशानी होती है। इसी तरह रीवा में बीहर और टमस दो नदियों की वजह से खतरा उत्पन्न होता है।

– पूर्व में सेना को बुलाना पड़ा था
बाढ़ के चलते रीवा और सतना में सेना के साथ ही एनडीआरएफ की टीमों को बुलाना पड़ा था। इसलिए केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण आयोग इस बार यहां से सीधे संपर्क में रहेगा और बारिश के दिनों में हर दिन रिपोर्ट भी वहां भेजी जाएगी। जिले के त्योंथर क्षेत्र में यूपी की बेलन नदी का पानी बढ़ता है तो गांवों में बाढ़ आती है। इसलिए बाढ़ नियंत्रण आयोग उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से भी संपर्क में रहेगा ताकि किसी भी आपदा के पहले ही लोगों को सतर्क किया जा सके।

दिल्ली में 25 तारीख को बैठक प्रस्तावित है, इसके लिए इएनसी आफिस संपर्क में है। अभी तय नहीं हुआ है कि रीवा से कितने अधिकारियों को भेजा जाना है। जल्द ही नए निर्देश आने वाले हैं, उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे।
शिरीश मिश्रा, मुख्य अभियंता गंगा कछार
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