संभाग में सरकार ने एक अगस्त से आधार आधारित राशन वितरण व्यवस्था चालू की है। नई व्यवस्था के कारण पहले सप्ताह में वितरण देर से चालू हुआ। 19 अगस्त को विक्रेता हड़ताल से लौटे। राशन वितरण की डेडलाइन 21 अगस्त तय की गई थी। हड़ताल के बाद तीन दिन में राशन वितरण नहीं हो सका। सभी जिले के कलेक्टरों ने राशन वितरण का समय बढ़ाए जाने के लिए शासन को पत्र लिखा। शासन ने 25 अगस्त तक समय बढ़ा दिया। इसके बाद भी शनिवार शाम करीब चार बजे की स्थिति में संभाग में करीब 6 लाख गरीब परिवारों को राशन नहीं मिल सका है। संभाग में कुल 12.40 लाख से अधिक पात्र परिवार यानी 50 लाख सदस्य हैं। लेकिन अभी तक पचास फीसदी ही परिवारों को राशन मिल सका है।
ऑनलाइन रिपोर्ट के अनुसार रीवा में 65 फीसदी से अधिक यानी 2.62 लाख परिवारों को राशन मिल गया। जबकि अभी 1.26 लाख परिवारों को राशन नहीं मिला है। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक राजेन्द्र सिंह ठाकुर का दावा है कि रीवा में रविवार के दिन राशन वितरण के लिए दुकानें खुली रहेंगी। सभी विक्रेताओं को निर्देश दिए गए हैं। शाासन से २५ अगस्त तक राशन वितरण के लिए समय बढाया गया था। संभावना है कि दो दिन के लिए समय और बढ़ सकता है। समय नहीं बढ़ा तो इस माह का राशन अगले माह में गरीबों को नहीं मिलेगा। शनिवार तक के वितरण की स्थित के चलते करीब चालीस हजार क्विंटल राशन गरीबों का सरकार के गोदाम में सरेंडर हो जाएगा।
खाद्यान्न वितरण में संभाग में सतना और सिंगरौली में अभी तक पचास फीसदी परिवारों को राशन वितरण नहीं किया जा सका है। जबकि रीवा और सीधी करीब 70 फीसदी वितरण पूरा कर लिया है। संभाग में सतना-सिंगरौली राशन वितरण में सबसे फिसड्डी हैं। जबकि सीधी और रीवा आगे हैं। शनिवार को शाम की चार बजे की स्थिति में सतना 30, सिंगरोली 42 और सीधी 70 व रीवा में 65 फीसदी खाद्यान्न का वितरण पूरा हो गया।