सरकार की सूक्ष्य एवं लघु उद्योग (एमएसएमई) निवेश नीति 2021 का पवार प्रजेक्टेशन की तैयारी की जा रही है। इस नीति में सरकार 50 करोड़ रुपए लागत के प्लांट एवं मशीनरी वाले उद्योग को अनुदान देगी। टेक्सटाइल, गारमेन्टस, पावरलूम, फार्मास्यूटिकल लैब, खाद्य प्रसंस्करण जैसे उद्योगों के लिए विशेष पैकेज घोषित किया है। जिनी औद्योग क्षेत्र, क्लस्टर या औद्योगिक काम्पलेक्स की स्थापना पर पांच करोड़ रुपए तक अनुदान का प्रावधान किया है। निजी या शासकीय भूमि पर एक करोड़ रुपए से ज्यादा के यंत्र, संयंत्र वाले उद्योग को रोड, बिजली एवं पानी जैसे अधोसंरचाना के विाकस पर भी अनुदान की पात्रता होगी।
एपीडा ने अनाज, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात में विश्व स्तर पर उभर कर सामने आया है। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में अनाज, बागवानी उत्पाद, बेकरी, कन्फेक्सनरी, डेयरी, उत्पाद, आयुर्वेदकि दवाइयों आदि के निर्यात के लिए कार्यवाही एवं प्र्िरया पर कार्य करता है। विंध्य क्षेत्र में एपीडा की कार्यशाला पहली बार रीवा में आयोजित होने जा रही है।
विंध्य में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) की भारत सरकार के द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। अधिकारियों का दावा है कि एपीडा को लेकर कार्यशाला और उद्योग लगाने के लिए पहली बार कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिला उद्योग एवं व्यापार के महाप्रबंधक यूबी तिवारी ने बताया कि जिला प्रशासन के मार्ग दर्शन में एपीडा की एक दिवसीय कार्यशाला 27 अगस्त को स्थानीय वृदावन गार्डन में आयोजित की गई है। सुबह 10 बजे कार्यशाला आयोजित की जाएगी।