कलेक्टर ने कहा कि सर्वर तथा कई अन्य कठिनाईयां बतायी जा रही हैं। गैस एजेंसी की एक आईडी से कम से कम दो लोग ऑनलाइन आवेदन दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर का भी आवेदन पत्र दर्ज कराने में उपयोग करें। गैस एजेंसी प्रत्येक 8 घंटे में आवेदन पत्र दर्ज करने के लिये 4-4 ऑपरेटरों के दल तैनात रखें। लगातार आवेदन पत्र ऑनलाइन दर्ज करायें। कई एजेंसियों ने बड़ी संख्या में आवेदन पत्र अमान्य होने की बात कही है। 2011 के बाद कई नये परिवार बन गये हैं लेकिन उनमें से किसी भी वयस्क व्यक्ति का नाम यदि उज्ज्वला योजना के प्रथम चरण के लाभान्वित परिवार में शामिल है तो आवेदन पत्र अमान्य हो जाता है। इसके लिये नगर निगम तथा नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों से संपर्क करके नये परिवारों की समग्र आईडी जनरेट करायें तथा आधार नम्बर पूर्व की सूची से हटवायें। इसकी सुविधा इण्डियन आयॅल की साइट पर उपलब्ध है। गैस कनेक्शन के जिला स्तरीय नोडल अधिकारी प्रतिदिन सभी गैस एजेंसियों से संपर्क करके तकनीकी कठिनाईयां दूर करें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि नि:शुल्क गैस कनेक्शन देने में निर्धारित समय-सीमा में लक्ष्यों की पूर्ति करने वाली दस गैस एजेंसियों को सम्मानित किया जायेगा। इसी तरह लक्ष्यों की पूर्ति न करने वाली एजेंसियों पर उनके लाइसेंस निलंबित करने की भी कार्यवाही की जायेगी। जो आमजनता की सेवा नहीं करेगा तथा शासन की उच्च प्राथमिकता की योजनाओं में लापरवाही बरतेगा उसके हित सुरक्षित नहीं रहेंगे। बैठक में कलेक्टर ने सभी एसडीएम को उज्ज्वला योजना-2 की नियमित समीक्षा के निर्देश दिये। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती इला तिवारी ने कहा कि पुष्कर गैस एजेंसी, रायपुर ग्रामीण इण्डेन, पड़रिया, कामना गैस एजेंसी बैकुण्ठपुर, बिछिया इण्डेन रीवा, नईगढ़ी इण्डेन, भीर इण्डेन तथा चाकघाट गैस एजेंसियों की प्रगति 10 प्रतिशत से कम है। इसी तरह त्योंथर, जवा, डभौरा एवं गंगेव की भी प्रगति संतोषजनक नहीं है। पिछले 10 दिनों में कोनीकला गैस एजेंसी ने 1682 तथा सेमरिया गैस एजेंसी ने 1800 से अधिक गैस कनेक्शन जारी किये हैं। जब दो एजेंसियां लगातार कनेक्शन जारी कर रही हैं तो बाकी पीछे नहीं रहनी चाहिए। बैठक में प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी एएस खान, नोडल अधिकारी उज्ज्वला सुधांशु कुमार, सभी खाद्य निरीक्षक तथा गैस एजेंसी संचालक उपस्थित रहे।