बैठक में विधायक गुढ़ नागेन्द्र सिंह ने खस्ताहाल सडक़ों को लेकर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को घेरा। इस दौरान उन्होंने कहा कि मंत्रीजी हमारे गुढ़ विधानसभा सभी की सडक़ें जनता के चलने लायक नहीं है। उन्होंने पेयजल योजनाओं को ठीक कराने के लिए सीएसआर मद का उपयोग किए जाने का मुद्दा उठाया।
जवाब में प्रभारी मंत्री लखन घनघोरिया ने कार्यपालन यंत्री नरेन्द्र शर्मा को तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए। इस दौरान बैठक में प्रभारी मंत्री ने बिजली विभाग के अधिकारियों की नकेल कसी और कहा कि शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य घोषित होने के बावजूद बसाहटों में बिजली न पहुंचने की शिकायत माननीयों के द्वारा की जा रही है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जो गांव और बसाहटें विद्युतीकरण से छूट गई हैं उनके लिए बिजली विभाग के अधिकारी कार्ययोजना बनायें। सौभाग्य योजना में लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही की जाएंगी।
-राज्य सभा सांसद राजमणि पटेल और महापौर ममता गुप्ता ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी, रीवा नगर के विकास तथा यातायात व्यवस्था में सुधार के सुझाव दिए। विधायक सेमरिया केपी त्रिपाठी ने बैठक में बसामन मामा पर्यटन स्थल के विकास, सौभाग्य योजना, शिक्षा में सुधार के मुद्दे उठाए। विधायक मनगवां पंचूलाल प्रजापति ने गढ़ तथा मनगवां में पेयजल संकट का मामला उठाया।
बैठक में जिला योजना समिति के सदस्यों ने कृषि, बिजली बिलों की समस्या, प्राइवेट स्कूलों द्वारा हर वर्ष नई किताबें चलाने तथा बिगड़े ट्रांसफार्मर बदलने का मुद्दा उठाया। बैठक में कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष विभा पटेल, विधायकों के प्रतिनिधिगण, जिला योजना समिति के सदस्य, वनमण्डाधिकारी विपिन पटेल, अपर कलेक्टर इला तिवारी तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला योजना समिति की बैठक का जिपं अध्यक्ष अभय मिश्र सहित ११ सदस्यों ने बहिष्कार कर दिया। लेकिन, डीएमएफ की राशि की बैठक में अध्यक्ष पहुंच गए। लेकिन, अन्य सदस्य इस बैठक में नहीं पहुंचे। इस बात को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।