मैराथन के दौरान रन फॉर गर्ल्स एजुकेशन का संदेश देने के लिए एक जैसी टी-शर्ट में लड़कियां रहेंगी। यह टी-शर्ट आयोजक के द्वारा प्रदान की जाएगी।
प्रथम आने पर मिलेंगे बीस हजार
मैराथन में प्रथम आने पर 20 हजार, द्वितीय स्थान पर रहने पर 10 हजार और तृतीय स्थान पर आने पर 5 हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही चौथे से लेकर दसवें स्थान तक रहने वाले प्रतिभागियों को एक-एक हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे।
डॉ. राकेश पटेल रायपुर कर्चुलियान के बुढ़वा गांव के हैं। अपने गांव में टीच टू इच संस्था के तहत 2013 से 5 बच्चों को पढ़ाने को जिम्मा लिया था। आज बुढ़वा, रामनई, ढकरा पलिया, बदवार, अमवा और खजुआ सहित कुल छह सेंटर हैं। जहां प्रतिमाह बीस हजार रुपए खर्च पर शिक्षकों को रख गरीब बच्चों को पढ़वा रहे हैं। दो गरीब बच्चे बृजेश यादव, लक्ष्मीकांत साकेत नवोदय और मधु पटेल ज्ञानोदय में चयनित हो चुके हैं। उनका कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में बच्ची का जन्म होने के बाद माता-पिता दहेज के लिए बैंक बैलेंस करने लगते हैं लेकिन उसकी शिक्षा पर जोर नहीं देते हैं। वहीं शहर और ग्रामीण क्षेत्र के शैक्षिक गुणवत्ता में जमीन-आसमान का अंतर है। इस स्तर को सुधारने के लिए वह शिक्षा के प्रति संकल्पित हैं।