बता दें कि लंबित मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के जूनियर डाक्टर एसोसिएशन ने 7 मई से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया था। उन्होंने यहां तक कहा था कि वो हड़ताल के दौरान कोविड पेशेंट को भी अटेंड नहीं करेंगे। उसके बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। स्वास्थ्य विभाग के भी हाथ-पांव फूलने लगे थे।
ये भी पढ़ें- कोविड महामारी के बीच रेजिडेंट्स ने दी हड़ताल की धमकी लेकिन इसी बीच यह मसला शासन तक पहुंचा तो चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने खुद पहल की और रेजीडेंट्स के प्रतिनिधिमंडल से मिल कर उन्हें उनकी मांग जल्द पूरी होने का आश्वासन दिया। उसके बाद जूडा ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त कर दी। जूनियर डाक्टरो का कहना है कि हम सरकार से अपनी मांगो को लेकर काफी समय से चर्चा कर रहे थे। लेकिन सरकार नहीं मान रही।
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा अरविंद मीणा का कहना था कि विगत एक वर्ष से वह कोरोना की ड्यूटी कर रहे हैं। उन्हे सीखने को नही मिला। ऐसे में कोरोना काल की उनकी फीस सरकार को माफ कर देनी चाहिए। लेकिन इस मांग पर सरकार बाद में विचार करने के लिए कह रही है।
इन मांगों को मानने का मिला आश्वासन
प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अरविंद मीणा के अनुसाल चिकित्सा शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद हडताल समाप्त कर दी गई है। मंत्री सारंग ने 6 में से 5 मांगें मान ली हैं। एक वर्ष की फीस माफी की मांग को अभी नही माना है। बावजूद इसके मंत्री के आश्वासन के बाद हडताल समाप्त करने की घोषणा कर दी गई है।
प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अरविंद मीणा के अनुसाल चिकित्सा शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद हडताल समाप्त कर दी गई है। मंत्री सारंग ने 6 में से 5 मांगें मान ली हैं। एक वर्ष की फीस माफी की मांग को अभी नही माना है। बावजूद इसके मंत्री के आश्वासन के बाद हडताल समाप्त करने की घोषणा कर दी गई है।
हड़ताल का यह उचित समय नहीं: सारंग
हडताल समाप्त होने के संबंध में प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि वह उन्होंने जूडा के साथ आपातकालीन बैठक की। बैठक में सारंग ने कहा कि यह हड़ताल पर जाने का यह उचित समय नहीं है। इसके बाद जूनियर डाक्टरों (रेजीडेंट्स) ने बात मान ली। सारंग ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि उन्होंने हमारी बात मान ली।
हडताल समाप्त होने के संबंध में प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि वह उन्होंने जूडा के साथ आपातकालीन बैठक की। बैठक में सारंग ने कहा कि यह हड़ताल पर जाने का यह उचित समय नहीं है। इसके बाद जूनियर डाक्टरों (रेजीडेंट्स) ने बात मान ली। सारंग ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि उन्होंने हमारी बात मान ली।