लोकायुक्त ने यह कार्रवाई सिरमौर चौराहा स्थित डाक्टर के निजी क्लीनिक में की है। डाक्टर ने एमएलसी रिर्पोट तैयार करने के एवज में शिकायतकर्ता से 20 हजार की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने तीन किस्तो में यह धनराशि देना स्वीकार किया था। वह 5-5 हजार की दो किस्त पहले ही दे चुका था। अब तीसरी किस्त के 10 हजार रूपये देने आया था, तभी लोकायुक्त ने उसे रंगे हाथों धर दबोचा। बताया जा रहा है कि जिस जगह लोकायुक्त ने कार्रवाई की वहां कई डाक्टरों की क्लीनिक है।
जानकारी के अनुसार संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ डॉ अलख प्रकाश को लोकायुक्त पुलिस ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हांथों पकड़ा है। बताया तो यह भी जाता है कि सीएमओ ने यह पैसे अपने हाथ में लेने के बजाय अपने क्लीनिक के कंपाउंडर रणजीत अग्निहोत्री के माध्यम से लिए। ऐसे में लोकायुक्त ने डॉ अलख प्रकाश तथा उनके कंपाउंडर रणजीत अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया है।
शिकायतकर्ता अमित तिवारी के बताए अनुसार डॉ अलख प्रकाश ने मारपीट के मामले में एमएलसी बनाने के लिए से 20 हजार की मांग की थी। डा अलख प्रकाश को फरियादी अमित तिवारी निवासी गोरगांव रायपुर कर्चुलियान ने 5000-5000 रुपये की दो किस्त दे पहले ही दे चुका था। तीसरी किस्त 10000 रूपये देने के लिए उनकी क्लीनिक में आया था, जहां डाक्टर के कंपाउंडर रणजीत अग्निहोत्री ने पैसे लिए। इसी दौरान लोकायुक्त ने रंगे हांथों उसे गिरफ्तार कर लिया।