रीवा/मऊगंज. राम के नाम पर सरकार बनाने वाली भाजपा की सरकार ही श्रीराम के प्रति आस्था नहीं रख रही है। इसका जीता जागता उदाहरण है रीवा जिले के मऊगंज तहसील परिसर में स्थिति श्रीराम-जानकी मंदिर, जो पूरी खण्डहर में तब्दील हो चुका है। जिससे अब राम-जानकी की प्रतिमाओं को सुरक्षित रखने की समस्या खड़ी हो गई है। अश्चर्य तो यह है कि मंदिर तहसील परिसर में स्थित है, बावजूद इसके मंदिर का जीर्णोंद्धार नहीं कराया जा रहा है। जबकि यहां कई जिम्मेदार अधिकारी बैठते हैं। धर्मार्थ विभाग में दर्ज पुराने तहसील परिसर में स्थित भगवान श्रीराम-जानकी मंदिर को प्रशासन पूरी तरह से भूल गया है। मंदिर इतना जर्जर हो चुका है कि वह कभी भी धराशाई हो सकता है। दीवारों में दरार आ गई है और छत की हालत दयनीय हो चुकी है।
अधिकारी अनजान, जनप्रतिनिधि उदासीन मन्दिर के पुजारी ने बताया कि उन्होंने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया, ज्ञापन भी दिया लेकिन कोई मंदिर की मरम्मत के लिए आगे नहीं आया। पुजारी ने कहा राम के नाम पर वोट लेने वाली भाजपा सरकार के नुमाइंदे भी उनकी मांग को ठुकरा चुके हैं। जबकि स्थिति यह है कि कभी भी मंदिर गिर सकता है। ऐसे में भगवान राम व जानकी की प्रतिमाओं सुरक्षित जगह पर स्थापित करने की समस्या भी आ जाएगी। पुजारी ने कलेक्टर रीवा प्रीति मैथिल नायक को ज्ञापन देकर कहा है कि मंदिर की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जानी चाहिए।
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बल्ली में टिकी रजिस्ट्रार कार्यालय की छतमऊगंज सब रजिस्ट्रार कार्यालय की छत बांस-बल्ली में टिकी हुई है। जर्जर छत के नीचे चल रहे रजिस्ट्रार कार्यालय में किसी भी दिन गंभीर हादसा हो सकता है। लेकिन इस तरफ किसी भी अधिकारी का
ध्यान नहीं है। बताया गया है कि पुराना एसडीएम कार्यालय खाली हो चुका है और सही हालत में है, इस भवन में रजिस्ट्रार कार्यालय संचालित किया जा सकता है। लेकिन प्रशासन सायद बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।