संभागायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि लोगों को पानी की मितव्ययिता बरतने की समझाइश दें। हैंडपंपों के आसपास सोख्ता गढ्ढा जरूर खुदवायें। मोटर खराब होने, हैण्डपंप खराब होने आदि की शिकायतों का तत्काल निराकरण करें। कोई भी नल-जल योजना विद्युत अवरोध से बंद न रहे। संभागायुक्त ने संभाग में पेयजल संबंधी समस्याओं के निराकरण को ध्यान में रखकर नलकूप खनन कार्य में 20 शासकीय ड्रिलिंग मशीनें लगी हुई हैं। इसमें से रीवा में आठ, सतना में तीन, सीधी में चार तथा सिंगरौली में पांच ड्रिलिंग मशीनें कार्य कर रही हैं।
सभी नगरीय निकायों में प्रतिदिन जल प्रदाय किया जा रहा है। संभागान्तर्गत चार नगरीय निकायों नईगढ़ी, मैहर, अमरपाटन तथा न्यू रामनगर में किराए के ट्रैक्टर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति प्रभावित वार्डों में की जा रही है। विकासखण्ड मझगवां के ग्राम पंचायत मलगोला के रामनगर खोखला में भी पेयजल का परिवहन किया जा रहा है।
अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा रीवा संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों में हैण्डपंपों द्वारा पेयजल व्यवस्थाए नल-जल योजनाओं द्वारा पेयजल व्यवस्था तथा ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या की संभावना वाली चिन्हित बसाहटों में किए गए कार्यों की स्थिति से अवगत कराया गया।
अधीक्षण यंत्री द्वारा बताया गया कि रीवा संभाग में कुल 88 हजार 232 हैंडपंप स्थापित हैं जिसमें से रीवा जिले में तीस हजार 403, सतना में 24 हजार 708, सीधी में 20 हजार 469 तथा सिंगरौली में 12 हजार 452 हैण्डपंप स्थापित हैं। संभाग के कुल 81 हजार 457 हैण्डपंप चालू स्थिति में हैं। संभाग में कुल 1043 नल-जल योजनाओं में से 917 चालू स्थिति में हैं। संभाग में पेयजल समस्याओं वाली कुल 229 बसाहटें हैं। इनमें से रीवा में 106, सतना में 65, सीधी में 20 तथा सिंगरौली में 38 बसाहटें शामिल हैं।
बसाहटों में सिंगल फेस मोटर पंप तथा हैण्डपंप की व्यवस्था कर पेयजल की समस्या के निदान के उपाय किये जा रहे हैं। बैठक में संयुक्त आयुक्त राकेश शुक्लाए संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन, अधीक्षण यंत्री पीएचई आरजी सूर्यवंशी, कार्यपालन यंत्री सतना शरद सिंह, कार्यपालन यंत्री मऊगंज पीएस बुंदेला, कार्यपालन यंत्री सिंगरौली सुधीर देशमुख, सहायक यंत्री सीधी पीआर कुम्हरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।