मंत्रालय में सीएम ने की समीक्षा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में आयोजित बैठक में बांस रोपण की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बांस उत्पादकों को अधिक लाभ देने के लिए बांस पौध रोपण का विस्तार करें। प्रदेश में बांस वृक्षारोपण से प्रत्येक मजदूर को 12 हजार से 19 हजार रूपये तक वार्षिक मजदूरी प्राप्त होती है। मजदूरी की दर में वृद्धि करें। बांस मिशन के लिए लागू की गयी कैम्पा योजना में बांस वनों के सुधार के लिए संयुक्त वन प्रबंधन समितियों को अतिरिक्त उत्पादन का आर्थिक लाभ दें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में आयोजित बैठक में बांस रोपण की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बांस उत्पादकों को अधिक लाभ देने के लिए बांस पौध रोपण का विस्तार करें। प्रदेश में बांस वृक्षारोपण से प्रत्येक मजदूर को 12 हजार से 19 हजार रूपये तक वार्षिक मजदूरी प्राप्त होती है। मजदूरी की दर में वृद्धि करें। बांस मिशन के लिए लागू की गयी कैम्पा योजना में बांस वनों के सुधार के लिए संयुक्त वन प्रबंधन समितियों को अतिरिक्त उत्पादन का आर्थिक लाभ दें।
मानसून में 3.50 करोड़ पौधे लगाने की तैयारी
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष वन विभाग द्वारा कुल 3 करोड़ 50 लाख पौधों का रोपण मानसून में किया जायेगा। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली गयी है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की। मनरेगा योजना में भी बांस रोपण को शामिल किया गया है। मनरेगा योजना से लगभग 500 हेक्टेयर वन क्षेत्र में बांस रोपण किया जायेगा।
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष वन विभाग द्वारा कुल 3 करोड़ 50 लाख पौधों का रोपण मानसून में किया जायेगा। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली गयी है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की। मनरेगा योजना में भी बांस रोपण को शामिल किया गया है। मनरेगा योजना से लगभग 500 हेक्टेयर वन क्षेत्र में बांस रोपण किया जायेगा।
6.50 लाख बांस लगे हुए हैं
प्रदेश में वर्तमान में 6 लाख 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बांस लगे हुए हैं। बांस रोपण में मनरेगा और कैम्पा योजना के तहत 200 से अधिक स्वसहायता समूहों के सदस्यों को जोड़ा जायेगा। गतवर्ष की 13 करोड़ 27 लाख रूपये की शेष राशि को वर्तमान वित्तीय वर्ष में उपयोग की अनुमति केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान कर दी गयी है। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रदेश में वर्तमान में 6 लाख 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बांस लगे हुए हैं। बांस रोपण में मनरेगा और कैम्पा योजना के तहत 200 से अधिक स्वसहायता समूहों के सदस्यों को जोड़ा जायेगा। गतवर्ष की 13 करोड़ 27 लाख रूपये की शेष राशि को वर्तमान वित्तीय वर्ष में उपयोग की अनुमति केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान कर दी गयी है। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।