लिया तकनीकी आधारित खेती का निर्णय
पिछले कई वर्षों से घाटे की खेती कर रहे प्रमोद सिंह ने पत्रिका में माड़ौ के किसान ओम सिंह की ओर से की जा रही उन्नतशील खेती से संबंधित खबर पढ़ी तो वह ओम सिंह के खेत पर पहुंच गए। ओम सिंह के खेत का अवलोकन करने के बाद प्रमोद सिंह ने भी पारंपरिक तरीके से खेती के बजाए तकनीकी आधारित खेती करने का निर्णय लिया। उनका यह निर्णय सफल रहा है।
एक एकड़ में बनाया नेट हाउस
बेमौसम सब्जी उगाने की योजना बनाते हुए उन्होंने सबसे पहले एक एकड़ में नेट हाउस बनाया। उसके बाद उसमें खीरा और शिमला मिर्च की खेती शुरू की। बाजार में जब खीरा और शिमला मिर्च की आवक बिल्कुल कम थी। ठीक उसी समय प्रमोद सिंह को खेत से उत्पादन मिलने लगा। जब तक दूसरे किसानों के खेत में उत्पादन होता। प्रमोद अच्छी-खासी आमदनी कर चुके थे।
अब उगाएंगे टमाटर की फसल
प्रमोद अब नेट हाउस में टमाटर की फसल लगाएंगे। उनका मानना है कि जब दो से ढाई महीने बाद उनके खेत से टमाटर का उत्पादन निकलेगा। उस समय उन्हें टमाटर की अच्छी कीमत मिलेगी। क्योंकि उस समय बाजार में टमाटर की आवक बिल्कुल कम होगी। जिसका उन्हें फायदा मिलेगा। इसी योजना के साथ वह खेत खाली कर टमाटर की पौधे रोप रहे हैं।
पिछले कई वर्षों से घाटे की खेती कर रहे प्रमोद सिंह ने पत्रिका में माड़ौ के किसान ओम सिंह की ओर से की जा रही उन्नतशील खेती से संबंधित खबर पढ़ी तो वह ओम सिंह के खेत पर पहुंच गए। ओम सिंह के खेत का अवलोकन करने के बाद प्रमोद सिंह ने भी पारंपरिक तरीके से खेती के बजाए तकनीकी आधारित खेती करने का निर्णय लिया। उनका यह निर्णय सफल रहा है।
एक एकड़ में बनाया नेट हाउस
बेमौसम सब्जी उगाने की योजना बनाते हुए उन्होंने सबसे पहले एक एकड़ में नेट हाउस बनाया। उसके बाद उसमें खीरा और शिमला मिर्च की खेती शुरू की। बाजार में जब खीरा और शिमला मिर्च की आवक बिल्कुल कम थी। ठीक उसी समय प्रमोद सिंह को खेत से उत्पादन मिलने लगा। जब तक दूसरे किसानों के खेत में उत्पादन होता। प्रमोद अच्छी-खासी आमदनी कर चुके थे।
अब उगाएंगे टमाटर की फसल
प्रमोद अब नेट हाउस में टमाटर की फसल लगाएंगे। उनका मानना है कि जब दो से ढाई महीने बाद उनके खेत से टमाटर का उत्पादन निकलेगा। उस समय उन्हें टमाटर की अच्छी कीमत मिलेगी। क्योंकि उस समय बाजार में टमाटर की आवक बिल्कुल कम होगी। जिसका उन्हें फायदा मिलेगा। इसी योजना के साथ वह खेत खाली कर टमाटर की पौधे रोप रहे हैं।
सब्जी से मिली आमदनी
02 लाख रुपए की आमदनी खीरा से दो महीने में
3.5 लाख रुपए शिमला मिर्च से तीन महीने में
02 लाख रुपए की आमदनी खीरा से दो महीने में
3.5 लाख रुपए शिमला मिर्च से तीन महीने में