scriptरीवा संभाग के सरकारी भवनों में 16 हजार रैंप बनाए गए, यह रही प्रमुख वजह | govt office ramp in rewa division, commissioner | Patrika News

रीवा संभाग के सरकारी भवनों में 16 हजार रैंप बनाए गए, यह रही प्रमुख वजह

locationरीवाPublished: Feb 16, 2020 09:17:22 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

– संभागायुक्त ने अधिकारियों को दिया था टारगेट, 92 प्रतिशत टारगेट पूरा करने के करीब पहुंचे

rewa

– संभागायुक्त ने अधिकारियों को दिया था टारगेट, 92 प्रतिशत टारगेट पूरा करने के करीब पहुंचे,- संभागायुक्त ने अधिकारियों को दिया था टारगेट, 92 प्रतिशत टारगेट पूरा करने के करीब पहुंचे


रीवा। सरकारी भवनों में दिव्यांगों की सुविधा के लिए रैंप बनाए जाने का कार्य इनदिनों तेजी के साथ चल रहा है। रीवा संभाग के सभी जिलों में ये रैंप बनाए गए हैं, करीब १६ हजार की संख्या में रैंप अब तक बनाए जा चुके हैं। संभागायुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने इस मामले में स्वयं नियमित समीक्षा की कार्ययोजना तैयार की है। हर दिनों जिलों से रिपोर्ट मंगाई जा रही है।
दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम 2016 के विभिन्न प्रावधानों के अनुसार दिव्यांगजनों को शिक्षा, स्वरोजगार तथा सुगम्य पहुंच का अधिकार दिया गया है। अधिनियम की धारा 40 दिव्यांगजनों को समग्र रूप से सुगम्यता पहुंच का अधिकार देती है। अधिनियम को संभाग में प्रभावी रूप से लागू करने के लिए कार्य चल रहा है। जनपद पंचायतों के माध्यम से सभी ग्राम पंचायतों में 12490 भवनों में रैम्प का निर्माण पूरा हो चुका है। यह कुल भवनों की संख्या का 91.65 प्रतिशत है। शेष भवनों में तेजी से रैम्प का निर्माण किया जा रहा है। आगामी एक सप्ताह में शत प्रतिशत भवनों में रैम्प का निर्माण पूरा हो जाएगा।
रीवा संभाग में अब तक शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र को मिलाकर 15937 भवनों में दिव्यांगों के लिए रैम्प का निर्माण किया जा चुका है। नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में रैंप एवं सुगम्य शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। इनमें स्कूल भवन, आंगनवाड़ी केन्द्र, बस स्टैण्ड, सामुदायिक भवन, उचित मूल्य दुकान तथा अन्य शासकीय भवन शामिल हंै। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने निजी भवनों में संचालित बैंक, बड़ी दुकानों, सुपर मार्केट के भवन मालिकों से भी दिव्यांगों के लिए इन भवनों में रैंप एवं सुगम्य शौचालय निर्माण के लिए कहा है।
——————
अधिकारी के दस्तावेजों का सत्यापन कराने की मांग
रीवा। महिला बाल विकास विभाग में लंबे समय से कार्यरत परियोजना अधिकारी जीवेन्द्र सिंह के विरुद्ध शिकायत विभाग के स्थानीय अधिकारियों के साथ ही प्रमुख सचिव तक की गई है। शिकायतकर्ता कांंग्रेस प्रवक्ता अशफाक अहमद ने अपने शिकायत में कहा है कि सिंह ने विकलांगता का जो दस्तावेज लगाया गया है, उसका परीक्षण किया जाना है। ताकि यह पता चल सके कि जो दस्तावेज उनकी ओर से दिया गया है वह सही है या कूटरचित है। सीएम हाउस में भी शिकायत की बात कही गई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो