मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई और मौसम का मिजाज बदल गया। बीती रात रीवा के कई इलाकों में जमकर आफत की बारिश हुई। इस बारिश में सबसे ज्यादा चिंतित करने वाली बात ओला गिरना है। अभी भी मौसम का रुख दुरुस्त नहीं है। आसमान में बादल छाए हैं। लगता है कभी भी बारिश हो सकती है।
ऐसे में किसानों का चिंतित होना लाजमी है। हाल यह कि चना, मसूर और अरहर की फसल खेतों पकी खड़ी है। गेहूं की फसल तैयार होने में अभी 15 दिन हैं। ऐसे में ये आफत की बारिश किसानों के सारे किए-धरे पर पानी फेरने जैसा ही है। अगर मौसम ऐसा ही बना रहा और ओला वृष्टि हुई तो खेतों में खड़ी फसल को ज्यादा क्षति हो सकती है।
वैसे मौसम के मिजाज को देखते हुए कुछ किसानों ने सरसों की फसल की कटाई तेज कर दी है। लेकिन चिंता का सबब गेहूं की फसल है जो अब बस तैयार ही होने को है। ऐसे में किसानों का कहना है कि बदले मौसम के बीच जिले के नईगढ़ी, सिरमौर, त्योंथर, मउगंज व हनुमना तहसील क्षेत्र में बारिश के साथ ही चने के आकर के ओले गिरे हैं। बताया जा रहा है कि जंहा डेढ़ मिनट तक रह-रह कर ओले गिरे, तो वही 15 मिनट तक बारिश का दौर जारी रहा।