देवतालाब विधानसभा बसपा प्रत्याशी रहीं सीमा जयवीर सिंह ने विधानसभा चुनाव में इवीए के मॉकपोल और गणना के दौरान वीपीपैट मशीन की गणना नहीं किए जाने को लेकर हाइकोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें देवतालाब विधानसभा से विजयी प्रत्याशी यानी विधायक गिरीश गौतम के साथ ही जिला निर्वाचन काार्यालय की ओर से नियुक्त रिटर्निंग अधिकारी और पीठाधीन अधिकारी को भी पार्टी बनाया गया है।
आवेदक के अभिकर्ता इंजीयर जयवीर सिंह ने विधायक पर आरोप लगाया है कि हाइकोर्ट की नोटिस का जवाब देने के लिए विधायक नोटिस नहीं ले रहे हैं। घर में रहने के बावजूद नोटिस तामील कराने वाले बैरंग लौट जाते थे। तीन जुलाई को नोटिस जारी कर 23 जुलाई को उपस्थित होने के लिए विधायक के घर के दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर दी गई है।
देवतालाब विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग क्रमांक-149 पर पीठासीन अधिकारी रहस्ममय मिश्र ने मॉकपोल के दौरन भाजपा के 23 वोट व कांगेस और बसपा के महज दो-दो वोट मॉकपोल के दौरान वोट डलवाए, जबकि निर्दलीय एवं नोटा को एक-एक ही वोट डाले। इस तरह से करीब २५ मतदान केन्द्रों पर मॉकपोल के दौरान भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में अधिक वोट डाले गए। इसके अलावा भाजपा प्रत्याशी ने नामांकन के दौरान शपथ पत्र में गलत ने निवास स्थान के कालम में मनगवां विधानसभा क्रमांक ७३ लिखा है। जबकि विधानसभा क्रमांक 74 है। कुल पांच बिंदुओं में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है।