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टीआरएस कालेज रीवा के पूर्व प्राचार्य रामलला अब भ्रष्टाचार के मामले में घिरे, भोपाल से पहुंची जांच टीम

locationरीवाPublished: Aug 02, 2019 11:46:51 am

Submitted by:

Mrigendra Singh

– उच्च शिक्षा विभाग ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर मांगा है प्रतिवेदन
 

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रीवा। शहर का टीआरएस कालेज भ्रष्टचार के मामलों को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है। भोपाल से उच्च शिक्षा विभाग की टीम पहुंची और कालेज प्रबंधन से दस्तावेजों की मांग की। पूर्व प्राचार्य रामलला शुक्ला के विरुद्ध वर्ष 2016 में यह शिकायत की गई थी। कांग्रेस नेता एवं पार्षद विनोद शर्मा ने उच्च शिक्षा मंत्री सहित विभाग के अधिकारियों से शिकायत की थी।
जिसमें कालेज परिसर में कराए गए निर्माण कार्यों में नियमों की अनदेखी करते हुए गुणवत्ताहीन कार्य कराने का आरोप था, साथ ही कालेज में कर्मचारियों की नियुक्ति, सामग्री खरीदी एवं नैक मूल्यांकन के नाम पर अनियमितता किए जाने की शिकायत की गई थी। पूर्व में इस मामले में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई।
सरकार बदलने के बाद बीते महीने फिर से शिकायतकर्ता ने उच्च शिक्षा मंत्री से पूर्व में की गई शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने का हवाला दिया। जिस पर मंत्री के निर्देश पर जांच शुरू की गई है। इस कार्रवाई में प्रमुख रूप से उच्च शिक्षा विभाग भोपाल के ओएसडी एचके पारे के नेतृत्व में डॉ. रिवाका सेम्युअल प्राचार्य महाकौशल कालेज जबलपुर के साथ ही रीवा के मॉडल साइंस कालेज के प्राचार्य पंकज श्रीवास्तव आदि को शामिल किया गया है।
– कार्यालय में दस्तावेज नहीं मिले
जांच टीम टीआरएस कालेज पहुंची तो उसे जिन दस्तावेजों की तलाश थी वह नहीं मिले। शिकायत के बिन्दुओं के आधार पर प्राचार्य डॉ. एसयू खान के साथ जांच टीम ने चर्चा की। जहां पर बताया गया कि पूर्व प्राचार्य रामलला शुक्ला इनदिनों अवकाश पर हैं, इसलिए उनके कक्ष में ताला बंद है। चाबी भी वह अपने साथ ले गए हैं। जांच टीम के रीवा आने की जानकारी मिलने पर शिकायतकर्ता विनोद शर्मा भी टीआरएस कालेज पहुंचे और कहा कि जांच में यदि लीपापोती का प्रयास होगा तो इसकी सूचना उच्च शिक्षा मंत्री को वह देंगे।
– सुर्खियों में रहे हैं पूर्व प्राचार्य रामलला
टीआरएस कालेज में लंबे समय तक प्राचार्य की कुर्सी संभाल चुके रामलला शुक्ला हर समय सुर्खियों में रहे हैं। पूर्व में उनके विरुद्ध कई शिकायतें की जाती रही हैं लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। कालेज में कई नए प्राचार्यों की पोस्टिंग भी हुई लेकिन कोई अधिक समय तक नहीं टिक पाया, जल्द ही दूसरे स्थान के लिए तबादला आदेश पहुंच जाता था। कुछ दिन पहले ही एक छात्र ने एससीएसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज करा दिया है। जिसके बाद से फिर वह सुर्खियों में आ गए हैं। उधर दलित संगठनों की ओर से शहर में रैली निकालकर गिरफ्तारी की मांगें भी की जा रही हैं।

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