नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव अजगरहा फिल्टर प्लांट पहुंचे और निरीक्षण के बाद अधिकारियों एवं ठेका कंपनी के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता तो लोगों को शुद्ध और समय पर पर्याप्त पानी पहुंचाने की है। जहां पर जरूरत पड़े पुरानी पाइपलाइनें बदली जाएं और पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से चलाई जाए। आयुक्त ने कहा कि कुछ ऐसे उपभोक्ता हैं जो बड़ी मात्रा में पानी ले रहे हैं लेकिन उसका बिल नहीं दे रहे हैं। ऐसे संस्थानों से संपर्क कर बिल वसूला जाए। साथ ही अधिकारियों को कहा कि पानी का मीटर हर कनेक्शन के साथ लगाया जाए। इसके लिए उन्होंने कहा कि जो उपभोक्ता मीटर लगवाएंगे उन्हें ५० रुपए प्रति महीने बिल में छूट दी जाएगी।
अवैध कनेक्शन की जांच करने के लिए कहा है, इसमें यह भी प्रावधान रखा गया है कि जो लोग राशि जमा कर अपना कनेक्शन वैध कराना चाहते हैं उन्हें भी सहजता के साथ व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। उन उपभोक्ताओं पर सख्ती बरतने के लिए कहा है जो बारबार सूचना के बाद भी रुपए जमा नहीं करते। इनके नल कनेक्शन काटने के लिए निर्देशित किया है।
ठेका कंपनी सीएमआर के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शिकायतें सुनने के लिए वह कंट्रोल रूम बनाए और त्वरित रूप से शिकायतों का निराकरण कराएं। मोहल्लों में दूषित पानी की आ रही शिकायतों को लेकर कहा कि तत्काल इसे सुधारा जाए और रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए कि संबंधित मोहल्ले में साफ पानी जा रहा है। इसका सत्यापन नगर निगम के अधिकारी करेंगे। इस बैठक में प्रभारी कार्यपालन यंत्री एसके चतुर्वेदी, एसएन द्विवेदी, रवि तिवारी, बीएस बुंदेला सहित अन्य अधिकारी एवं सीएमआर कंपनी के लोग मौजूद रहे।