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हॉस्टल में छात्रों को परोस रहे जली रोटियां, टंकी का प्रदूषित पानी पी रहे छात्र, दर्जनों बीमार

locationरीवाPublished: Feb 23, 2020 12:10:09 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

आला अफसरों की नाक के नीचे आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी बने लापरवाह. संभाग स्तरीय ज्ञानोदय बालक छात्रावास में आरओ गायब, नहाने-धोने की टंकी का पानी पीने को विवश छात्र

Hostel : Students drinking polluted water in tank, dozens sick

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रीवा. संभागस्तरीय ज्ञानोदय विद्यालय परिसर में आवासीय हॉस्टलों की व्यवस्थाएं भगवान भरोसे हैं। हैरान करने वाली बात तो यह कि अफसरों के नाक के नीचे इस हॉस्टल में अफसर कभी निरीक्षण के लिए नहीं आते हैं। अफसरों की अनदेखी के चलते हॉस्टल में छात्रों को जली रोटियां और गुणवत्ता विहीन भोजन दिया जा रहा है। जिम्मेदारों की लापरवाही इस कदर है कि हॉस्टल में छात्र नहाने-धोने की टंकी का प्रदूषित पानी पीने के लिए उपयोग कर रहे हैं। जिससे दर्जनों की संख्या में छात्र बीमार पड़ गए हैं।
आजाक के एक्सीलेंस छात्रावास में पढ़ रहे 397 छात्र-छात्राएं
आदिम जाति कल्याण विभाग का ज्ञानोदय विद्यालय सर्किट हाउस के निकट में स्थित है। विद्यालय में एक्सीलेंस छात्र पढ़ते हैं। बालक छात्रावास में 212 छात्र व गल्र्स हॉस्टल में 185 छात्राएं पंजीकृत हैं। दो माह पहले बालक छात्रावास के बच्चों को नए हॉस्टल में शिफ्ट कर दिया गया है। तीन मंजिला बालक छात्रावास की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। हॉस्टल में प्रदूषित भोजन व पानी के चलते एक दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार हैं।
हॉस्टल में मेन्यु की अनदेखी परोस रहे भोजन
शनिवार को रोटी, दाल, चावल, सब्जी (पत्तेदार ), पालक, सलाद व अचार देना है। नास्ते में उबला चना या पोहा-मूंगफली। लेकिन, जिम्मेदारों ने इस दिन छात्रों को चावल, दाल और जली रोटियां व आलू की सब्जी दी थी। छात्रों को मेन्यू की अनदेखी कर भोजन दिया जा रहा है। हैरान करने वाली बात तो यह कि सुबह का बनाया गया भोजन दोपहर एक बजे दिया जा रहा है। छात्रों ने बताया गया कि विरोध करने पर कभी-कभी अच्छा भोजन मिल जाता है। नहीं तो पानीदार दाल व सब्जी दी जाती है। हरी सब्जी विशेष दिन में खाने को मिलती है।
छात्रों के भोजन से सलाद गायब
भोजन में सलाद कभी नहीं मिलता है। सलाद के नाम पर बाजार से जब मूली का दाम सस्ता होगा तब खानापूर्ति की जाती है। सलाद में खीरा, गाजर, कभी नहीं मिलता है। शनिवार को सलाद देने के लिए मेन्यू में भी लिखा है। लेकिन, नहीं दिया गया। अचार यहां पर नहीं मिलता है, कुछ छात्र स्वयं घर से लाते हैं। फल तो कभी मिलता ही नहीं है। शाम को चार बजे नास्ता कभी-कभी दिया जाता है। हॉस्टल में आरओ नहीं लगा है। छात्रों ने बताया कि नहाने-धोने के लिए रखी गई टंकी का पानी पीना पड़ रहा है। हॉस्टल की व्यवस्था अधीक्षक का बेटा संभाल रहा था। पूछने पर बताया कि पापा कमिश्नर साहब के साथ गए हुए हैं। इन दिनों परीक्षाएं चालू होने वाली है, ज्यादातर छात्र हॉस्टल में रह रहे हैं। इसी तरह छात्राओं के हॉस्टल में अव्यवस्था है। अभी तक छात्राओं के नए हॉस्टल में शिफ्ट नहीं किया गया है।
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स्टोर में टमाट-सलाद गायब, तीन लौकी, दो कद्दू के भरोसे 200 छात्रों का भोजन
हॉस्टल के स्टोर में पीले रंग की पालक की तीन गड्डी, तीन लौकी व दो कद्दू और आलू रखे हुए हैं। हैरान करने वाली बात तो यह कि प्रतिदिन 200 छात्रों को भोजन व नास्ता बनाने के लिए स्टोर में नाम मात्र की सामग्री रखी हुई है। ऐसे में संभव नहीं है कि इतनी संख्या में छात्रों को खिलाया जा सकता है। खानसामा ने बताया कि 212 छात्रों के लिए लगभग 500 रोटियां प्रतिदिन बनाई जाती हैं। अगर आप कक्षा 6 से 12वीं छात्रों को रसोई में बनाई गई रोटी के हिसाब से परोसें तो प्रति छात्र को ढाई या फिर पौने तीन रोटी हिस्से में आएगी। छात्रों को भोजन में चावल अधिक दिया जाता है। चावल के कारण ही दर्जनों की संख्या में बच्चे बीमार पड़ गए हैं। स्टोर में चावल, गेहूं के बोरे रखे हुए हैं। लेकिन, दाल, सब्जी सहित अन्य पौष्टिक चींजे स्टोर से गायब हैं।

छात्रावास में गंदगी का अंबार, आंगन में मवेशियों का गोबर
फोटो–11 बालक छात्रावास के भीतर पड़ा मवेशी का गोबर, फोटो-15 कोचिंग हाल में गंदगी, फोटो- 16 परिसर में फेली गंदगी
आदिम जाति कल्याण विभाग के एक्सीलेंस आवासीय विद्यालय ज्ञानोदय के बालक छात्रावास में गंदगी का अंबार लगा है। रसोई से लेकर पूरे परिसर में चारों ओर दुर्गंध उठ रही है। हैरान करने वाली बात तो यह कि कोचिंग हाल कक्ष में तीन -चार की संख्या में टेबल लगी है। एलईडी लगाई गई है। लेकिन, यहां गंदगी का अंबर है। कक्ष को बच्चों के लिए एक दिन भी नहीं खोला गया है। छात्रों ने बताया कि परिसर में गंदगी है। सुअर, मवेशी आदि भीतर घुस आते हैं। सुरक्षा का इंतजाम नहीं है।

हॉस्टल में छात्र बीमार, एक आइसीयू में
हॉस्टल में प्रदूषित भोजन व पानी के उपयोग से दर्जनों की संख्या में बच्चे बीमार हो गए हैं। अस्पताल के आइसीयू में दीपक साकेत 11 को रखा गया है। जबकि बच्चा वार्ड में अंकित साकेत (11), मयंक दाहिया (12), सत्यम वर्मा (12), करन साकेत (12 ) को भर्ती कराया गया है। इसी तरह मेडिसिन वार्ड में दुरूचंद्र जायसवाल (16), राजन बंसल (15), रामचंद्र साकेत (17) का इलाज चल रहा है। छात्रों की तबियत में दूसरे दिन सुधार रहा। लेकिन, जिम्मेदारों की अव्यवस्था के चलते आए दिन छात्र बीमार हो रहे हैं।
वर्जन…
बालक छात्रावास के छात्रों को दो माह पहले नए हॉस्टल में शिफ्ट किया गया है। पीआईयू को आरओ लगाना है, लेकिन अभी तक नहीं लगाया गया है। इसके लिए पत्र लिखा है। साफ-सफाई की जा रही है। छात्रों की तबियत अब ठीक हो गई है। डॉक्टरों की टीम सेंपल ले गई है।
एसके मिश्र, प्रिंसिपल, ज्ञानोदय विद्यालय, संभागस्तरीय

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