माइनस मार्किंग भी होगी
सर्वे टीम डायरेक्ट आब्जर्वेशन 1200 अंकों के लिए करेगी जिसमें निगम के दावे गलत पाए गए तो उसमें माइनस मार्किंग होगी। निगम का पूरा जोर इस पर है कि अंक चाहे भले ही कम मिलें लेकिन माइनस मार्किंग नहीं होना चाहिए। कुछ दिन पहले ही शहर ओडीएफ घोषित किया गया है, जिससे 110 अंक उसके भी पक्के माने जा रहे हैं।
सर्वे टीम डायरेक्ट आब्जर्वेशन 1200 अंकों के लिए करेगी जिसमें निगम के दावे गलत पाए गए तो उसमें माइनस मार्किंग होगी। निगम का पूरा जोर इस पर है कि अंक चाहे भले ही कम मिलें लेकिन माइनस मार्किंग नहीं होना चाहिए। कुछ दिन पहले ही शहर ओडीएफ घोषित किया गया है, जिससे 110 अंक उसके भी पक्के माने जा रहे हैं।
इस बार कड़ी चुनौतियां सामने
पिछले वर्ष 2000 अंकों के लिए 500 शहरों में स्वच्छता का सर्वे हुआ था। इस वर्ष चुनौती कठिन है, देशभर के 4041 शहरों में सर्वे होना है। पूर्णांक इस बार 4000 अंकों का है। पूर्व की तुलना में मानक व्यापक कर दिए गए हैं। इस बार केवल सफाई तक ही स्वच्छता सीमित नहीं है। कचरे का नष्टीकरण तक वैज्ञानिक पद्धतियों से हो रहा है अथवा नहीं यह भी देखा जाएगा। सड़क पर अन्य मलबा और कचरों का भी परीक्षण किया जाना है। स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरुकता का भी आंकलन होगा।
पिछले वर्ष 2000 अंकों के लिए 500 शहरों में स्वच्छता का सर्वे हुआ था। इस वर्ष चुनौती कठिन है, देशभर के 4041 शहरों में सर्वे होना है। पूर्णांक इस बार 4000 अंकों का है। पूर्व की तुलना में मानक व्यापक कर दिए गए हैं। इस बार केवल सफाई तक ही स्वच्छता सीमित नहीं है। कचरे का नष्टीकरण तक वैज्ञानिक पद्धतियों से हो रहा है अथवा नहीं यह भी देखा जाएगा। सड़क पर अन्य मलबा और कचरों का भी परीक्षण किया जाना है। स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरुकता का भी आंकलन होगा।
सिटीजन फीडबैक में पिछड़ रहा शहर
तीन हिस्सों में बांटे गए सर्वे में 1400 अंकों का निगम का डाक्यूमेंटेशन, 1400 अंकों का सिटीजन फीडबैक और 1200 अंक डायरेक्ट आब्जर्वेशन के होंगे। इनदिनों सिटीजन फीडबैक में शहर काफी पिछड़ रहा है। इसके लिए एनजीओ और अन्य कई संस्थाओं का निगम ने सहारा भी लिया है। अब तक 42 हजार 320 लोगों ने ऑनलाइन प्रतिक्रिया दी है। स्वच्छता एप पर 598 लोग ही एक्टिवेट नजर आ रहे हैं। इस वजह से सिटीजन फीडबैक में निर्धारित 1400 अंकों के लिए कड़ी मेहनत से गुजरना होगा।
तीन हिस्सों में बांटे गए सर्वे में 1400 अंकों का निगम का डाक्यूमेंटेशन, 1400 अंकों का सिटीजन फीडबैक और 1200 अंक डायरेक्ट आब्जर्वेशन के होंगे। इनदिनों सिटीजन फीडबैक में शहर काफी पिछड़ रहा है। इसके लिए एनजीओ और अन्य कई संस्थाओं का निगम ने सहारा भी लिया है। अब तक 42 हजार 320 लोगों ने ऑनलाइन प्रतिक्रिया दी है। स्वच्छता एप पर 598 लोग ही एक्टिवेट नजर आ रहे हैं। इस वजह से सिटीजन फीडबैक में निर्धारित 1400 अंकों के लिए कड़ी मेहनत से गुजरना होगा।
दो दिन फील्ड भ्रमण करेगी टीम
तीन दिन सर्वे के लिए समय निर्धारित किया गया है। बताया गया है कि १५ एवं १६ को फील्ड भ्रमण किया जाएगा और शहर की सफाई, कचरा कलेक्शन से लेकर कचरा निपटान तक का पूरा जायजा टीम लेगी और आखिरी दिन निगम कार्यालय में अधिकारियों के साथ डाक्यूमेंटेशन का परीक्षण करेगी।
तीन दिन सर्वे के लिए समय निर्धारित किया गया है। बताया गया है कि १५ एवं १६ को फील्ड भ्रमण किया जाएगा और शहर की सफाई, कचरा कलेक्शन से लेकर कचरा निपटान तक का पूरा जायजा टीम लेगी और आखिरी दिन निगम कार्यालय में अधिकारियों के साथ डाक्यूमेंटेशन का परीक्षण करेगी।
कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त
निगम आयुक्त ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां सर्वे पूरे होने तक के लिए निरस्त कर दी है। साथ ही निर्देशित किया है कि सभी कर्मचारी अपना मोबाइल हर समय खुला रखें, उन्हें कभी भी जरूरत पडऩे पर फोन लगाया जा सकता है।
निगम आयुक्त ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां सर्वे पूरे होने तक के लिए निरस्त कर दी है। साथ ही निर्देशित किया है कि सभी कर्मचारी अपना मोबाइल हर समय खुला रखें, उन्हें कभी भी जरूरत पडऩे पर फोन लगाया जा सकता है।
निगम ने लगाई ताकत
नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी अरुण मिश्रा का कहना है कि इस वर्ष सर्वे के अंक चार हजार हैं, साथ ही गत वर्ष की तुलना में इसका दायरा भी अधिक है। हमारी तैयारी पूरी है। कोशिश है कि इस वर्ष भी बेहतर रैंकिंग शहर को दिलाई जाए, जिसके लिए निगम की पूरी टीम लंबे समय से तैयारी में जुटी है।
नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी अरुण मिश्रा का कहना है कि इस वर्ष सर्वे के अंक चार हजार हैं, साथ ही गत वर्ष की तुलना में इसका दायरा भी अधिक है। हमारी तैयारी पूरी है। कोशिश है कि इस वर्ष भी बेहतर रैंकिंग शहर को दिलाई जाए, जिसके लिए निगम की पूरी टीम लंबे समय से तैयारी में जुटी है।